प्रजापिता ब्रह्माकुमारी केंद्र पर मनी अलौकिक दिवाली
सुपौल। जिला मुख्यालय स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्विद्यालय के तत्वाधान में स्थानीय केंद्र पर
सुपौल। जिला मुख्यालय स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्विद्यालय के तत्वाधान में स्थानीय केंद्र पर शनिवार को अलौकिक दीपावली का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया। अलौकिक दीपावली का विधिपूर्वक पूजन करने का आह्वान किया गया। मौके पर दरभंगा से आए सुधाकर भाई ने दीपावली पर्व का जिक्र करते हुए कहा कि दीपावली का सामाजिक और धार्मिक दोनों ²ष्टि से काफी महत्व है। अपने अंदर की बुझी हुई दीप को जलाकर दुर्गुणों को बाहर निकालना सबसे बड़ी दिवाली है। कम बोलो, धीरे बोलो, मीठा बोलो और विचार कर बोलो इस महावाक्य को अपने अंदर पिरोने की जरुरत है। स्थानीय संचालिका शालिनी दीदी ने अपने संबोधन में बताया कि सतयुग का आगमन होने जा रहा है। रोशनी का त्योहार दिवाली प्राचीन हिन्दू त्योहार है। यह पर्व आध्यात्मिक रूप से अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है। वैसे श्रीराम के स्वागत में अयोध्यावासी ने घी के दीपक जलाए। सत्य के जीत और झूठ का नाश करने के लिए दीपावली मानते हैं। जयमाला बहन, सुनीति बहन, लक्ष्मी बहन, शंकर भाई, मुकेश भाई, संतोष भाई, डॉ. दीपिका, बिन्देश्वरी यादव, केशव अग्रवाल आदि उपस्थित थे।