कोरोना से बचने को ले SSB की सलाह: चिकेन, अंडा व मछली से परहेज करें नेपाल सीमावर्ती ग्रामीण
किशनगंज में इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तैनात एसएसबी 12वीं बटालियन ने नेपाल के सुरक्षा बलों व दोनों तरफ के ग्रामीणों के साथ बैठक की। बैठक में आपसी सहयोग व कोरोना को लेकर चर्चा हुई।
किशनगंज, जेएनएन। इंडो-नेपाल बॉर्डर की सुरक्षा में तैनात एसएसी 12वीं बटालियन ने नेपाल के सुरक्षा बलों व दोनों तरफ के ग्रामीणों के साथ बैठक की। बैठक में सीमा के दोनों तरफ सहयोग व सद्भाव बनाए में सहयोग पर बल दिश गया। साथ ही कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए जानकारी भी दी गई। बैठक में ग्रामीणों से फिलहाल चिकेन, अंडा व मछली से परहेज करने की सलासह दी गई।
खनियाबाद बॉर्डर आउटपोस्ट पर सीमा के संरक्षण एवं आपसी गरिमा बनाए रखने को लेकर नेपाल सशस्त्र प्रहरी बल और सीमावर्ती ग्रामीणों ने साथ समन्वय बैठक की गई। एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट वीरेंद्र सिंह चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में जी कंपनी के एसआइ आशित मंडल, एएसआइ विशाल मणि, डी कंपनी माफिया टोला के कमांडर टासे दौरजे और एपीएफ नेपाल गौरीगंज बीओपी के इंस्पेक्टर एस. श्रेष्ठ, फतेहपुर थाना के एसआइ शंभु यादव सहित सीमावर्ती नेपाल गांव के देवीगंज, बड़ासुदी, कदमगाछी के ग्रामीण व जनप्रतिनिधि शामिल हुए। इसमें आपसी समन्वय बनाये रखने पर चर्चा की गई। वहीं कोरोना वायरस की जानकारी भी दी गई। फिलहाल चिकेन व अंडा तथा मछली से परहेज रखने की बात कही गई।
डिप्टी कमांडेंट वीरेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर नो मेंस लैंड की सुरक्षा एवं इसकी गरिमा को बनाये रखना हम सबों का कर्तव्य है। इसका अतिक्रमण कोई नहीं करे, इसकी जिम्मेदारी सभी सीमावर्ती ग्रामीणों की बनती है।
उन्होंने कहा कि भारत ओर नेपाल के बीच सदियों से रोटी व बेटी का संबंध रहा है। दोनों पड़ोसी देशों के बीच और बेहतर संबंध बने इसके लिए सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। असमाजिक तत्व सीमा पर अराजकता नही फैलाएं, इसके लिए लोग जवानों का सहयोग करें। कही भी कोई गलत गतिविधि देखें तो इसकी सूचना तुरंत स्थानीय जवानों या नजदीकी थाने की पुलिस को दें, ताकि दोनों देश मिलकर समस्या का निपटारा कर सकें।