अतिक्रमण की वजह से बहादुरगंज में बनी रहती है जाम की समस्या
किशनगंज। बहादुरगंज नगर पंचायत क्षेत्र में जाम की समस्या दिनोंदिन विकराल होती जा रही है। अति
किशनगंज। बहादुरगंज नगर पंचायत क्षेत्र में जाम की समस्या दिनोंदिन विकराल होती जा रही है। अतिक्रमण की वजह से जाम की बढ़ती जा रही है। यातायात को लेकर बढ़ते वाहनों के दबाव के बीच पार्किंग का अभाव खटकता है। पार्किंग नहीं होने से लोग सड़क किनारे वाहन खड़ी करने को मजबूर हैं। दूसरी तरफ शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर पंचायत प्रशासन के पास कोई मास्टर प्लान भी नहीं है। नगर पंचायत प्रशासन की उदासीनता के कारण जाम की समस्या राहगीरों के लिए एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। प्रखंड क्षेत्र का मुख्य बाजार होने के साथ-साथ नगर पंचायत मुख्यालय, प्रखंड कार्यालय, रजिस्ट्री ऑफिस, स्वास्थ्य केंद्र, बैंकों व शैक्षणिक संस्थानों की वजह से प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग बहादुरगंज पहुंचते हैं। इसके अलावा दिघलबैंक, टेढ़ागाछ व कोचाधामन प्रखंड सहित अन्य कई क्षेत्रों का मुख्य मार्ग होने के कारण बहादुरगंज के सड़कों पर आवाजाही को लेकर वाहनों का काफी दबाव है। पार्किंग के अभाव में बाजार करने या सरकारी कार्यालय पहुंच रहे लोग सड़क किनारे वाहन लगाने को मजबूर हो जाते हैं। इस कारण भी जाम की समस्या उत्पन्न होती है और खामियाजा प्रतिदिन आमलोगों को भुगतना पड़ता है। परेशानी तब और बढ़ जाती है जब कभी-कभी आपातकालीन स्थिति में एंबुलेंस या मरीज को लेकर जा रहे वाहन जाम में फंस जाता है। इस दौरान मरीज के स्वजन खुद को असहाय महसूस करने लगते हैं। कभी-कभार तो जाम में फंसने के कारण समय पर चिकित्सक के पास नहीं पहुंचने पर मरीजों की जान तक पर आफत बन जाती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क किनारे मनमाने ढ़ंग से मोटरसाइकिल, ऑटो व चार पहिया वाहनों की पार्किंग किए जाने से जाम की समस्या उतन्न हो रही है। रही सही कसर सड़क किनारे सब्जी व फल आदि की दुकान लगाने वाले पूरी कर देते हैं। इन सब पर नगर पंचायत प्रशासन द्वारा समुचित कारवाई नहीं किए जाने से अवैध पार्किंग करने वालों का हौसला बढ़ता जा रहा है।सबसे अधिक परेशानी झांसी रानी चौक, एलआरपी चौक, बमभोला चौक, अली हुसैन चौक, रजिस्ट्री ऑफिस चौक पर झेलना पड़ता है। खासकर हटिया के दिन झांसी रानी से अली हुसैन चौक तक सड़क किनारे फुटपाथ पर दुकान सजने से राहगीरों को आवाजाही को लेकर काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।