2021 तक पूर्ण होगा महानंदा नदी पर तटबंध निर्माण
किशनगंज। विधानसभा की कार्यवाही के दौरान तारांकित प्रश्नों के माध्यम से कोचाधामन विधायक मुजा
किशनगंज। विधानसभा की कार्यवाही के दौरान तारांकित प्रश्नों के माध्यम से कोचाधामन विधायक मुजाहिद आलम ने कई मुद्दों पर चर्चा की। जिसमें सर्वप्रथम कोचाधामन प्रखंड मुख्यालय में सरकारी कर्मियों के लिए आवास निर्माण हेतु प्रश्न किया गया। जिसके जवाब में सरकार की ओर से मंत्री ने सदन में बताया कि इस संबंध में राज्य सरकार जल्द ही कार्रवाई करेगी। वहीं किशनगंज जिला अंतर्गत मुजाबारी से गाछपाडा़ तक चार किमी तटबंध रै¨जग स्ट्रेंथिग बांध कार्य व गाछपाड़ा से सालकी मुख्य सड़क तक तीन किमी नया तटबंध निर्माण कार्य का वर्ष 2018 में तकनीकी सलाहकार समिति से तकनीकी अनुमोदन प्राप्त होने के बाद विभाग द्वारा कार्य प्रारंभ नहीं किए जाने की बात कही। जिसके जबाब में सरकार की ओर से प्रभारी मंत्री ने सदन में बताया कि किशनगंज जिला अंतर्गत मुजाबारी से गाछपारा चार किलोमीटर तटबंध का उच्चीकरण एवं शुद्धिकरण कार्य एवं गाछपारा से सालकी मुख्य सड़क तक तीन किलो मीटर नया तटबंध निर्माण कार्य प्राक्कलन पूर्व कराए जाने वाले कार्य हेतु टीएसी के समक्ष उपस्थापित किया गया था। परंतु विषयक तटबंध निर्माण कार्य महानंदा नदी बाढ़ प्रबंधन योजना फेज 3 में प्रस्तावित रहने के कारण योजना समीक्षा समिति द्वारा इसका चयन क्रियान्वयन हेतु नहीं किया गया है। वस्तु स्थिति यह है कि महानंदा नदी बाढ़ प्रबंधन योजना को पांच चरणों में क्रियान्वित कराया जाना है, जिसके पहले चरणों में 95 किमी नया तटबंध का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। द्वितीय चरण में 198 किलोमीटर नया तटबंध निर्माण कार्य हेतु कार्य आवंटित किया जा चुका है। जिसे मार्च 2021 तक पूरा किये जाने का लक्ष्य है। महानंदा नदी बाढ़ प्रबंधन योजना फेज 3 के कार्य हेतु विस्तृत योजना प्रतिवेदन तैयार किया जा रहा है। प्रश्नगत योजना का कार्य महानंदा नदी बाढ़ प्रबंधन योजना के फेज 3 के अंतर्गत कार्य कराने का कार्यक्रम तय है।
इसके अलावा गैर सरकारी संकल्प संख्या 8 के द्वारा विधायक ने राज्य सरकार से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोचाधामन में स्त्री रोग विशेषज्ञ व सर्जन डॉक्टर के शीघ्र पदस्थापित या प्रतिनियुक्त कराने की मांग की। विधायक ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में रोजाना लगभग 250 मरीज आते हैं, जिसके लिए मात्र दो डॉक्टर ही पदस्थापित हैं। इस वजह से इलाज के लिए आने वाले लोगों को काफी कठिनाई होती है। वहां पर चार करोड़ की लागत से नया भवन भी बनकर तैयार है। इस हेतु मरीजों के लिए कम से कम सात डॉक्टर जिसमें दो महिला चिकित्सकों की शीघ्र आवश्यकता है। जवाब में राज्य सरकार की ओर से प्रभारी मंत्री ने सदन में बताया कि इस संबंध में राज्य सरकार जल्द से जल्द वहां चिकित्सकों की व्यवस्था करेगी ताकि मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो सके।