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गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन पर्याप्त मात्रा में जरूरी

गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन पर्याप्त मात्रा में करना बेहद जरूरी है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Aug 2022 08:17 PM (IST)Updated: Thu, 25 Aug 2022 08:17 PM (IST)
गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन पर्याप्त मात्रा में जरूरी
गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन पर्याप्त मात्रा में जरूरी

गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन पर्याप्त मात्रा में जरूरी

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संवाद सहयोगी, किशनगंज : गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन पर्याप्त मात्रा में करना बेहद जरूरी है। बढ़ रहे भ्रूण, मां के स्वास्थ्य और गर्भस्थ शिशु का विकास माता के आहार पर निर्भर होता है। यह जानकारी गुरुवार को सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने दी।

उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए हर माह प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के अंतर्गत अपने स्वास्थ्य का परीक्षण कराते रहना चाहिए। उन्हें बीपी, वजन, हेमोग्लोबिन, यूरिन आदि जांच की सुविधा मुफ्त मिलती है। महिला चिकित्सक डा. शबनम यास्मिन ने बताया कि गर्भवतियों को भोजन में 2400 कैलोरी व सामान्य महिला को स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन 2100 कैलोरी का आहार लेना चाहिए। ताकि शरीर को विटामिन, मिनिरल्स अधिक मात्रा में प्राप्त होता रहे। सभी गर्भवतियों को आयरन एवं कैल्सियम की गोली का उचित मात्रा में सेवन करना जरूरी है। तभी गर्भावस्था के दौरान महिलाओं व उनके गर्भ में पल रहे बच्चे का उचित शारीरिक व मानसिक विकास हो सके। भ्रूण के लिए प्रोटीनयुक्त आहार अनिवार्य होता है। यदि संभव हो तो गर्भवती महिला को पर्याप्त मात्रा में दूध, अंडे, मछली, पाल्ट्री उत्पाद और मांस का सेवन करना चाहिए। यदि वह शाकाहारी हो तो उसे विभिन्न अनाजों तथा दालों का प्रयोग करना होगा। खून की कमी नहीं हो पाए। इसलिए शिशु में रक्त वृद्धि के लिए लौह अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। मां को चीनी के स्थान पर गुड़ का प्रयोग करना चाहिए। दूध कैल्सियम का अति उत्तम स्रोत है। रागी और बाजरे में भी कैल्सियम उपलब्ध होता है। उसको छोटी सूखी मछली खाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

शिशु के विकास में प्रोटीन जरूरी

डा. शगुफ्ता प्रवीण ने बताया कि गर्भावस्था में महिला को प्रतिदिन 60 से 70 ग्राम प्रोटीन मिलना चाहिए। गर्भवती के गर्भाशय, गर्भस्थ शिशु के विकास में प्रोटीन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रोटीनयुक्त आहार में दूध और दूध से बने व्यंजन, मूंगफली, पनीर, काजू, बदाम, दलहन, मांस, मछली, अंडे आदि का समावेश होना चाहिए। इसके अलावा कैल्शियम, फोलिक एसिड युक्त भोजन करना चाहिए। साथ ही कम से कम तीन लीटर पानी दिन में पीना चाहिए। सूजन में कमी लाने के लिए कम नमक वाले भोजन लेने चाहिए। गर्भवती महिला को अपनी प्रोटीनयुक्त खुराक बढ़ाने की सलाह देनी चाहिए।

--- ग्राफिक्स के लिए --

गर्भवती माता का रखे विशेष ख्याल---

1. संतुलित आहार लें।

2. डाइट में विटामिन शामिल करें।

3. तेल, घी मसालेदार खाने से परहेज़ करें।

4. बुखार होने पर घबराएं नहीं।

5. कोरोना के लक्षण दिखे तो तुरंत डाक्टर से संपर्क करें ।

6. पैरासिटामोल, विटामिन सी, फोलिक एसिड, जिंक और बी कांप्लेक्स दवा जरूर घर में रखें।

7. हर दिन हल्का व्यायाम जरूर करें

8. तनाव नहीं लें


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