रमजान का एक-एक मिनट अनमोल है: मुफ्ती मुजाहिदुल इस्लाम
खगड़िया। मरकजी जामा मस्जिद के इमाम मुफ्ती मुजाहिदुल इस्लाम कासमी ने जुमा में खिताब (प्रवचन) के द
खगड़िया। मरकजी जामा मस्जिद के इमाम मुफ्ती मुजाहिदुल इस्लाम कासमी ने जुमा में खिताब (प्रवचन) के दौरान कहा कि रमजान एक ऐसा महीना है, जिसका एक-एक मिनट अनमोल है। इस महीने में ऐसा कोई समय नहीं गुजरता है, जिस समय अल्लाह की रहमत न उतरती हो। उलमा ए कराम बताते हैं कि ग्यारह महीने पर रमजान का महीना सरदारी का ताज लिए हुए है। मुहम्मद साहब ने फरमाया इस महीने में उम्मत को पांच ऐसी नेमत मिली है जो दूसरे उम्मत को नहीं मिली थी। और न किसी पैगम्बर के हिस्से में आई। हदीस में मुहम्मद साहब ने फरमाया कि रोजादार के मुंह की बदबू अल्लाह के यहां मुश्क से ज्यादा कीमती है। समंदर की मछलियां भी रोजादार के लिए मगफिरत की दुआ करती है। रमजान में जन्नत को सजाया जाता है। सरकश शैतान को कैद कर दिया जाता है। अल्लाह रोजादार को रमजान के महीने में खासतौर से हर समय दुआ कुबुल करते हैं। अल्लाह के नबी मुहम्मद साहब ने फरमाया कि चार चीजों की हिफाजत कीजिए।
1. निगाह 2. अपनी जुबान 3. अपने कान 4. अपने नफस की हिफाजत कीजिए। === ===