कोरोना की काली छाया के बीच बही भक्ति की गंगा
खगड़िया। शारदीय नवरात्र को लेकर चहल-पहल है। शहर से लेकर गांवों तक भक्ति की गंगा बह र
खगड़िया। शारदीय नवरात्र को लेकर चहल-पहल है। शहर से लेकर गांवों तक भक्ति की गंगा बह रही है। शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने मां की सप्तम स्वरूप कालरात्रि की पूजा-अर्चना की। इस मौके पर दुर्गा मां की जयकारे से दुर्गा मंदिर गूंज उठा। हजारों की संख्या में श्रद्धालु घरों में कलश स्थापित कर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। कोरोना को लेकर इस वर्ष शारदीय नवरात्र में विशेष सावधानी बरती जा रही है। हालांकि श्रद्धालुओं को विश्वास है कि मां भगवती की कृपा से कोरोना भाग जाएगा। इस वर्ष मेला नहीं लगाए जा रहे हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी नहीं हो रहा है। फिर भी भक्तों में भारी उत्साह है। कर्नाटक से अपने गांव बिशौनी लौटे मुकेश मिश्र कहते हैं कि दुर्गा पूजा को लेकर ही गांव आया हूं। मां के आशीर्वाद से सबकुछ मंगलमय रहेगा। मालूम हो कि बिशौनी स्थित मां चतुर्भुजी दुर्गा की ख्याति दूर-दूर तक है। दुर्गा पूजा के अवसर पर दूर-दराज में रह रहे लोग भी गांव जरूर आते हैं। इधर चौथम, गोगरी, बेलदौर सभी जगहों पर भक्ति की गंगा बह रही है। श्रद्धालु पूजा-अर्चना में तल्लीन हैं।