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पटरी से उतरी शिक्षा व्यवस्था, बच्चे नहीं आते स्कूल, बंद रहता है एमडीएम

खगड़िया। सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक से बढ़कर एक कार्यक्रम चला रही है। इसम

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 09:45 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 09:45 PM (IST)
पटरी से उतरी शिक्षा व्यवस्था, बच्चे नहीं आते स्कूल, बंद रहता है एमडीएम
पटरी से उतरी शिक्षा व्यवस्था, बच्चे नहीं आते स्कूल, बंद रहता है एमडीएम

खगड़िया। सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक से बढ़कर एक कार्यक्रम चला रही है। इसमें पोशाक, छात्रवृत्ति के अलावा एमडीएम योजना शामिल है। परंतु बेलदौर प्रखंड में शिक्षा व्यवस्था दिनोंदिन पटरी से उतरती जा रही है। सरकारी योजनाओं का समुचित लाभ विद्यार्थियों को नहीं मिल रहा है।

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बुधवार को 'दैनिक जागरण' की टीम ने क्षेत्र के आठ विद्यालयों का जायजा लिया, तो कई तरह की खामियां उजागर हुई।

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नामांकित विद्यार्थियों की संख्या 561, उपस्थित मिले 20

समय 11.10 बजे। मध्य विद्यालय भोलादास बासा। यहां नामांकित 561 के बाबत 20 बच्चे फर्श पर बैठकर खेल-कूद कर रहे थे। जबकि रसोईघर में ताला लटक रहा था। पूछने पर मौके पर उपस्थित विद्यालय के प्रभारी एचएम रंजीत कुमार ने बताया कि रसोईया को बुलाने के लिए एक बच्चे को गांव भेजा हूं। विद्यालय के तीन शिक्षक मैट्रिक परीक्षा ड्यूटी को लेकर बाहर गए हैं। प्राथमिक विद्यालय दक्षिण टोला, पूर्वी पीरनगरा में नामांकित 274 के बाबत 65 बच्चे दो वर्ग कक्ष में बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहे थे।

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बिना वर्ग शिक्षक का हो रहा था पठन-पाठन

11:50 बजे। मध्य विद्यालय शिवनगर। यहां अलग-अलग वर्ग कक्ष में कुल 89 बच्चे बिना वर्ग शिक्षक के पठन-पाठन में मशगूल थे। हाल यह था कि एक शिक्षक तीन-तीन वर्ग कक्ष में बैठे बच्चों के शोरगुल को शांत करने में लगे थे। पूछने पर एचएम ने बताया कि विद्यालय में नामांकित छात्रों की संख्या 244 है। कुल नौ शिक्षक हैं। इनमें पांच शिक्षक मैट्रिक परीक्षा ड्यूटी को लेकर गए हुए हैं। रसोईया ने बताया कि आठ किलोग्राम चावल की खिचड़ी बना रहे हैं। प्राथमिक विद्यालय कोहवा बासा। यहां नामांकित 197 के बाबत 45 बच्चे उपस्थित थे। एचएम नीलकमल भारती पठन-पाठन का जिम्मा संभाले हुए थे।

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एक कक्ष में वर्ग एक से पांच तक की हो रही थी पढ़ाई

12:29 बजे। मध्य विद्यालय नारदपुर। यहां एक ही वर्ग कक्ष में पहली से पांचवीं कक्षा तक के 60 बच्चे पठन-पाठन कर रहे थे। एक शिक्षिका ममता प्रियदर्शी इन बच्चों के पठन-पाठन का जिम्मा संभाले हुई थी।

उधर तीन अलग-अलग वर्ग कक्ष में कुल 11 बच्चे को दो शिक्षक पढ़ा रहे थे। पूछने पर प्रभारी एचएम राजेश कुमार ने बताया कि नामांकित बच्चों की संख्या 433 है। बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए अभिभावकों से कहा जा रहा है। लेकिन अभिभावक अनसुनी कर रहे हैं।

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12.48 में मध्य विद्यालय डुमरी में दे दी गई बच्चों को छुट्टी

समय 12. 48 बजे। मध्य विद्यालय डुमरी में सन्नाटा पसरा हुआ था। बच्चों को छुट्टी दे दी गई थी। रसोई घर में ताला लटक रहा था। विद्यालय में एकमात्र टोला सेवक हबीब मियां उपस्थित थे। कहा कि एचएम कुंदन कुमार बीआरसी में आयोजित बैठक में भाग लेने गए हैं। जबकि विद्यालय के तीन शिक्षक मैट्रिक परीक्षा डयूटी को लेकर गए हुए हैं। एचएम कुंदन ने बताया कि रसोईया हड़ताल पर से वापस नहीं लौटी है, जिस वजह से एमडीएम बंद है।

मध्य विद्यालय जोरावरपुर पचाढ़ में 45 बच्चे एमडीएम के तौर पर खिचड़ी खा रहे थे। जबकि नामांकित बच्चों की संख्या 535 है। कोडिनेटर दयानंद गुप्ता ने बताया कि एचएम रमण कुमार चुनाव प्रशिक्षण कार्य में लगे हुए हैं। जबकि दो शिक्षक परीक्षा ड्यूटी में भाग लेने गए हैं।

एमडीएम बीआरपी पप्पू कुमार ने बताया कि मध्य विद्यालय भोलादास बासा, मध्य विद्यालय डुमरी में एमडीएम बंद क्यों था और बच्चों की उपस्थिति कम क्यों थी, इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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मध्य विद्यालय अनुसूचित जाति टोला, पश्चिम दिघौन

समय 10. 22 बजे। विद्यालय के एचएम संजीत राम आफिस में बैठे हुए थे। जबकि दो अलग-अलग वर्ग कक्ष में एकसाथ चार-चार क्लास के 48 बच्चे को शिक्षक पढ़ा रहे थे। एचएम संजीत राम ने बताया कि विद्यालय में नामांकित बच्चों की संख्या 185 है। चावल के अभाव में एमडीएम बंद है। वहीं विद्यालय के रसोइया व सचिव प्रशिक्षण में भाग लेने बीआरसी गए हुए हैं।

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चार वर्षों से पंचायत भवन में चल रहा विद्यालय

समय 10. 32 बजे। प्राथमिक विद्यालय दिघौन। यहां पंचायत भवन के बरामदा पर 32 बच्चे बैठे हुए थे। प्रभारी एचएम ने बताया कि चावल के अभाव में एमडीएम बंद है। एक शिक्षिका निखत खातून अवकाश पर है। विद्यालय को अपनी जमीन भी उपलब्ध हो चुकी है। बावजूद भवन नहीं बनने से परेशानी है।

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बच्चों को दे दी गई थी छुट्टी

समय 10. 40 बजे। प्राथमिक विद्यालय दिघौन उर्दू में बच्चों को छुट्टी दे दी गई थी। लेकिन विद्यालय की शिक्षिका संवाददाता को देखते ही बच्चों को फिर से वापस बुला लिया। बच्चों की उपस्थिति 27 थी। नामांकन 212 है। बच्चों ने बताया कि एक सप्ताह से विद्यालय में एमडीएम बंद है। कभी भी मीनू का पालन नहीं किया जाता है। शिक्षिका बीबी फरहत आरा एवं सलिमा रहमान ने बताया कि एचएम मो. रसीद आलम साढ़े नौ बजे बीआरसी बैठक में भाग लेने बेलदौर गए हैं। जबकि अन्य दो शिक्षक अवकाश पर हैं।

बीईओ शंकर साह ने कहा कि विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति इतनी कम क्यों थी, शिक्षक अनुपस्थित क्यों थे, इसकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही बंद एमडीएम जल्द से जल्द चालू कराए जाएंगे।


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