एटीएम फ्रॉड करने वाले गिरोह का नया गढ़ बना खगडि़या
खगड़िया। ऋण दिलाने के नाम पर सिर्फ एक रहिमा गांव के बलराम साह के खाते से करीब एक अरब
खगड़िया। ऋण दिलाने के नाम पर सिर्फ एक रहिमा गांव के बलराम साह के खाते से करीब एक अरब रुपये के लेनदेन के खुलासे बाद जिले में सनसनी फैल गई है। पुलिस अधीक्षक मीनू कुमारी की पहल पर एक अरब लेनदेन वाले खाते को बैंक ने फ्रिज दिया, पर फ्राडों ने अब तक यहां के कितने खातों से ऐसे लेनदेन किया है इसकी पड़ताल रविवार की छुट्टी के कारण पुलिस नहीं कर पाई है।
प्रथम दृष्टया पुलिस मान रही है कि यह एटीएम फ्रॉड करने वाले गिरोह की कारस्तानी है। अगर ऐसा है तो फर्ज कीजिए कि एक अरब का ट्रांजेक्शन एक महीने में एक अकाउंट से हो रहा है तो इनका फॉडिज्म का कारोबार कितने अरब महीने का होगा। कितने हजार-लाख लोग रोज ठगी के शिकार हो रहे हैं! यह भी कह सकते हैं कि एटीएम या बैंक फ्रॉड करने वाले गिरोह का नया गढ़ खगड़िया बन गया है। बहरहाल एसपी ने जांच का जिम्मा सदर एसडीपीओ आलोक रंजन और सदर इंस्पेक्टर बासुकीनाथ झा को सौंपा है और वे खुद भी इसकी मॉनिटरिंग कर रही हैं। इस मामले में हिरासत में लिए गए शुंभा के अशोक शर्मा व रहिमा की इंदु देवी से पूछताछ की जा रही है। एसपी ने इसको लेकर आर्थिक अपराध अनुसंधान विभाग से भी बातचीत की है। एसपी के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक के जलकौड़ा शाखा के मैनेजर से बात करने पर सामने आया कि कर्नाटक में भी ऐसा मामला हुआ था और वहां से जांच टीम यहां आई थी। वह एटीएम फ्रॉड का मामला था, सो यहां भी ऐसी उम्मीद है।
=======
ऋण की चाहत में फंसे ग्रामीण ऋण पाने की चाहत में खाता पासबुक, एटीएम, आधार और सिम फ्रॉडों को दे चुके डेढ़ दर्जन ग्रामीणों ने शनिवार को जब एसपी से मिलकर आपबीती सुनाई, तो यह मामला सामने आया। एसपी के आदेश पर शनिवार की रात्रि इस खेल में शामिल दो आरोपितों को अलौली थानाध्यक्ष राजीवलाल व बहादुरपुर पिकेट प्रभारी बीरबल कुमार ने हिरासत में ले लिया। इस मामले में बेगूसराय के ¨प्रस को कुछेक दिनों पहले ही ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था। लेकिन खगड़िया जिले में उसपर केस नहीं रहने व बेगूसराय में मामले होने पर उसे बेगूसराय पुलिस को सौंप दिया गया।
=======
साइबर क्राइम का उस्ताद है ¨प्रस
¨प्रस साइबर क्राइम का उस्ताद माना जाता है। वह अभी मंडल कारा बेगूसराय में बंद है। वह अपने गिरोह के सदस्यों के साथ बेगूसराय, बलिया आदि में भी 30-40 लोगों का खाता खुलवाया। जिसमें एक मजदूर के खाते से कैनरा बैंक, हर्रख, बेगूसराय से सात लाख 13 हजार 53 रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ। शक होने पर बैंक प्रबंधक अरुण कुमार राय ने नगर थाना बेगूसराय में प्राथमिकी दर्ज कराई। बेगूसराय नगर थानाध्यक्ष त्रिलोक मिश्रा के अनुसार इस मामले में ¨प्रस समेत चार को गिरफ्तार किया गया। अझौर, थाना नीमा चांदपुरा, बेगूसराय निवासी ¨प्रस साइबर क्राइम का मास्टर माइंड माना जाता है। उसका एक अन्य मास्टर माइंड पटना निवासी साथी की पुलिस को तलाश है।
========
खेल में कई जिले के शातिर शामिल
एक आशंका यह भी कि कहीं आतंकी संगठन अथवा नक्सली संगठन द्वारा तो ऐसा नहीं किया जा रहा है। रहिमा खगड़िया के बरैय पंचायत के अधिकतर लोगों का फ्रॉडों ने खात खुलवाया है। यह पंचायत कभी नक्सलियों का गढ़ माना जाता था। कई लोग हवाला से लेकर आयकर चोरी गिरोह तक की आशंका जता रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि आरोपित गाजीघाट शुंभा के अशोक शर्मा, रहिमा की इंदु देवी, बेगूसराय के ¨प्रस कुमार बराबर गांव आते थे और नए खाते विभिन्न बैंकों में खुलवाते थे। इसके बाद पासबुक व एटीएम तथा सिम अपने पास रख लेते थे। पीड़ित बलराम साह के अनुसार उन्होंने वर्ष 2009 में स्टेट बैंक जलकौड़ा शाखा में पत्नी गुड़िया देवी व खुद के नाम ज्वाइंट खाता खुलवाया। दो एटीएम मिला था। एक एटीएम को गिरोह के सदस्य ऋण दिलाने के नाम पर रख लिया। जम्मू-कश्मीर में काम करने वाले बलराम के मुताबिक उसके पास वाले एटीएम से जम्मू-कश्मीर में जब स्टेटमेंट निकाला, तो होश उड़ गए। उसमें 99 करोड़ 99 लाख 74571 रुपये का लेन-देन दर्शाया गया है। यह जानकर वह घर आया और लोगों को जानकारी दी। बलराम साह के अनुसार 5 जून 2018 को जब गिरोह के सदस्यों को खाता व एटीएम दिया था, तो मात्र उसमें 59 रुपये ही थे। इसकी जानकारी जब बैंक मैनेजर को दी गई, तो उन्होंने कहा कि आपका खाता महाराष्ट्र ट्रांसफर हो गया है। इसलिए वहीं से विशेष कुछ पता चलेगा।
=======
प्रथम दृष्टया यह एटीएम फ्राड का मामला लग रहा है। इस बाबत वरीय अधिकारी से भी बात हुई है। फिलहाल बलराम साह का एकाउंट फ्रिज किया गया है। सोमवार को बैंक खुलने बाद इस दिशा में आगे की कार्रवाई की जाएगी। मामला काफी संगीन है। अब तक की पूछताछ में पता चला है कि ¨प्रस ही असली सरगना है। उसे रिमांड पर लिया जाएगा।
मीनू कुमारी, एसपी, खगड़िया