एचएम ने कहा: मुझे अंडा से सख्त नफरत, इसलिए एमडीएम में देते हैं फल
पूरे खगड़िया जिले में शिक्षा व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। सुदूर ग्रामीण इलाके में स्थिति दिनोंदिन बद से बदतर होती जा रही है। यहां अधिकारी भी झांकने नहीं आते हैं।
संवाद सूत्र, बेलदौर (खगड़िया) : पूरे खगड़िया जिले में शिक्षा व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। सुदूर ग्रामीण इलाके में स्थिति दिनोंदिन बद से बदतर होती जा रही है। यहां अधिकारी भी झांकने नहीं आते हैं। शिक्षक कार्यालय में गप्प लड़ाते हैं और विद्यार्थी खेलते रहते हैं। बेलदौर प्रखंड में तो भगवान ही मालिक है।
बात अगर हम मध्य विद्यालय भरना की करें तो यहां 12 बजे दिन में भी विद्यार्थी वर्ग कक्ष के बदले खेलते रहते हैं। बच्चे छत पर चहलकदमी करते रहते हैं। कभी भी दुर्घटना घट सकती है। कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है। वर्ग आठ के छात्र दिवाकर कुमार, राहुल कुमार आदि ने बताया कि शिक्षक पढ़ाने के बदले कार्यालय में गप्प लड़ाते रहते हैं। एचएम एमडीएम खाने के दौरान बच्चों को प्रताड़ित करते हैं। कभी भी एमडीएम में अंडा नहीं दिया जाता है। फल के नाम पर सड़े-गले सेब को चार भागों में काटकर एक एक टुकड़ा थमा दिया जाता है। एचएम शंभु सिंह के अनुसार मीनू के अनुसार भोजन दिया जाता है। साथ ही कहा कि अंडा से उन्हें सख्त नफरत है। इसलिए अंडा के बजाय फल दिया जाता है। प्राथमिक विद्यालय छोटी भरना का हाल भी कुछ ऐसा ही है। यहां के बच्चों ने बताया कि अंडा नहीं दिया जाता है। कभी कभार शुक्रवार को आधा सेब दिया जाता है।
बीइओ अरुण कुमार यादव ने कहा कि दोनों विद्यालय की जांच होगी। मीनू के अनुसार खाद्य सामग्री नहीं दिया जाना गंभीर बात है। जांच बाद दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी।