जिले में बिछेगी हरियाली की चादर
खगड़िया। वन विभाग की ओर से इस वर्ष जिले में 'हरियाली का चादर' बिछाने की योजना है। इसको लेकर प्रक्रिया
खगड़िया। वन विभाग की ओर से इस वर्ष जिले में 'हरियाली का चादर' बिछाने की योजना है। इसको लेकर प्रक्रिया शुरू हो गई है। विरान रेलवे लाइन, सुनसान तटबंध के किनारे व्यापक पैमाने पर पौधरोपण की योजना विभाग ने बनाई है। वहीं किसानों के बीच भी बड़ी संख्या में पौध वितरण का कार्यक्रम है। विद्यालयों में भी हरियाली लाई जा रही है। कुल 82,000 पौधे लगाए जाएंगे। जानिए योजना
वर्षा ऋतु में 21,500 पौधे लगाए जाएंगे। पौधरोपण का यह कार्यक्रम वर्षाकालीन वन रोपण अभियान के तहत संचालित किया जाना है। ये पौधे रेलवे लाइन के किनारे और गोगरी-नारायणपुर तटबंध पर लगाए जाएंगे। रेलवे लाइन के किनारे कोठिया ढाला से सौराय ढाला तक और गोगरी-नारायणपुर तटबंध पर अगुवानी घाट से भरतखंड तक सघन पौधरोपण किया जाएगा। वहीं कृषि वाणिकी के तहत कुल 60 हजार पौधे लगाने का कार्यक्रम है। इसको लेकर 76 किसानों ने आवेदन किया है। एक वर्ष बादप्रति किसान को एक ¨जदा पौधे पर दस रुपये की दर से राशि भी उपलब्ध कराए जाएंगे। जबकि जिले के पांच चयनित विद्यालयों में भी सौ-सौ पौधे लगाए जाएंगे। ये विद्यालय हैं- मध्य विद्यालय मथुरापुर, मध्य विद्यालय संतोष, मध्य विद्यालय चातर, रोज वर्ड एकेडमी और मध्य विद्यालय संसारपुर। नर्सरी में तैयार किए जा रहे हैं पौधे
सघन पौधरोपण को लेकर जिले के विभिन्न नर्सरी में पौधे तैयार किए जा रहे हैं। वन विभाग के खगड़िया और अलौली नर्सरी में क्रमश: 60 और 65 हजार पौधे तैयार है। वहीं खगड़िया, परबत्ता और मानसी किसान पौधशाला में 20-20 हजार पौधे तैयार किए जा रहे हैं। वन विभाग की योजना मुख्य रूप से आम, जामुन, नीम, पाकड़, गुलर, मोहगिनी, अगस्त, आंवला आदि के पौधे लगाने की है। वन क्षेत्र पदाधिकारी, खगड़िया, अभय कुमार सिन्हा कहते हैं कि, विभाग की योजना सघन पौधरोपण की है, ताकि ग्रीन खगड़िया का सपना साकार हो सके। === ===