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नदियां उफान पर, बाढ़ की स्थिति हुई गंभीर

खगड़िया। जिले की सभी नदियां उफान पर है। शुक्रवार को भी गंगा, बूढ़ी गंडक, कोसी और बागमती के जलस्तर में बढ़ोत्तरी जारी रही। चारों नदी डेंजर लेवल से ऊपर है। संकेत जलस्तर में बढ़ोत्तरी की है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Sep 2018 08:04 PM (IST)Updated: Fri, 14 Sep 2018 08:04 PM (IST)
नदियां उफान पर, बाढ़ की स्थिति हुई गंभीर
नदियां उफान पर, बाढ़ की स्थिति हुई गंभीर

खगड़िया। जिले की सभी नदियां उफान पर है। शुक्रवार को भी गंगा, बूढ़ी गंडक, कोसी और बागमती के जलस्तर में बढ़ोत्तरी जारी रही। चारों नदी डेंजर लेवल से ऊपर है। संकेत जलस्तर में बढ़ोत्तरी की है। बाढ़ नियंत्रण अंचल खगड़िया और केंद्रीय जल आयोग कोसी उपमंडल बेगूसराय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार गंगा खगड़िया में डेंजर लेवल से एक मीटर 23 सेमी ऊपर थी। बूढ़ी गंडक भी डेंजर लेवल से खगड़िया रेलवे ब्रिज के पास एक मीटर, एनएच-31 ब्रिज के पास 91 सेमी. ऊपर प्रवाहित हो रही थी। जबकि कोसी बलतारा में 73 तथा बागमती संतोष स्लूइस के पास एक मीटर 16 सेमी. ऊपर थी। इस कारण जिले के बाढ़ ग्रस्त इलाके में संकट और गहराएगा। मालूम हो कि जिले की एक बड़ी आबादी गंगा और बूढ़ी गंडक की बाढ़ की चपेट में है। मुख्य अभियंता ने लिया गोगरी-नारायणपुर तटबंध का जायजा : मुख्य अभियंता बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्तरण, समस्तीपुर, सतीश कुमार ने शुक्रवार को गंगा पर बने बांध-तटबंध का सघन निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए। मालूम हो कि जीएन तटबंध और गंगा पर बने ¨रग तथा जमींदारी बांध पर जगह-जगह पानी का दबाव है। हालांकि, मुख्य अभियंता ने बांध-तटबंध को पूरे तौर पर सुरक्षित बताया है। चोढ़ली जमींदारी बांध पर कैंप कर रहे अधिकारी :

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कोसी के जलस्तर में वृद्धि बाद चोढ़ली जमींदारी बांध के बारुण स्थल पर पानी का दबाव है। यहां युद्धस्तर पर फ्लड फाइ¨टग कार्य जारी है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी कैंप कर रहे हैं। दिन-रात फ्लड फाइ¨टग कार्य चलाया जा रहा है। शुक्रवार को फ्लड फाइ¨टग के अध्यक्ष ई. शैलेश कुमार, बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधीक्षण अभियंता संजय रमण, बाढ़ नियंत्रण संख्या-दो के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार वैश्य ने बारुण स्थल का जायजा लिया। अधिकारियों ने वहां फ्लड फाइ¨टग कार्य में और तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

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'गंगा पर बने बांध-तटबंधों का जायजा लिया गया है। ये सुरक्षित हैं। शनिवार के बाद गंगा के जलस्तर में कमी आने की उम्मीद है।'

= सतीश कुमार, मुख्य अभियंता, बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्तरण, समस्तीपुर।

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' चोढ़ली जमींदारी बांध के बारुण स्थल पर कोसी के पानी का दबाव है। फ्लड फाइ¨टग कार्य जारी है। अधिकारी कैंप कर रहे हैं।'

संजय रमण, अधीक्षण अभियंता, बाढ़ नियंत्रण अंचल खगड़िया।

== ==== भगवान भरोसे जिले के बाढ़ पीड़ित

संवाद सूत्र, परबत्ता(खगड़िया): परबत्ता प्रखंड क्षेत्र के आधे दर्जन से अधिक गांव गंगा की बाढ़ की चपेट में है। तीन सौ घरों में पानी है। बाढ़ ग्रस्त इलाके में आवागमन बाधित है। परंतु, प्रशासन की ओर से अब तक मात्र आठ नाव मुहैया कराए गए हैं। त्राहिमाम की स्थिति है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी रहने से संकट गहराते जा रहा है। परंतु, प्रशासन की ओर से समाचार लिखे जाने तक राहत कार्य शुरू नहीं किया गया था। इससे बाढ़ पीड़ितों में आक्रोश भी है। कई लोग मचान बनाकर किसी तरह से बाढ़ का सामना कर रहे हैं। मालूम हो कि सौढ़ दक्षिणी के विकास नगर, भरतखंड, कुल्हड़िया और भरसो पंचायत की सलारपुर, लगार पंचायत की इंगलिश लगार और छोटी लगार, तेमथा करारी पंचायत की शर्मा टोला, अरगल्ला टोला बाढ़ से घिरा हुआ है। परबत्ता सीओ चंद्रशेखर ¨सह ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आठ नावें चलाई जा रही है। जहां जरूरत पड़ेगी वहां राहत कार्य भी चलाए जाएंगे।


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