प्राइवेट शिक्षकों के सहारे चल रहा बोरना उत्क्रमित मध्य विद्यालय
खगड़िया। शिक्षा में सुधार को लेकर भले ही लाख प्रयास किया गया हो, परंतु विभागीय उदासीनता के कारण क्षेत्र के उच्च विद्यालय का संचालन प्राइवेट शिक्षक के बूते हो रहा है। गोगरी प्रखंड के बोरना पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय बोरना है।
खगड़िया। शिक्षा में सुधार को लेकर भले ही लाख प्रयास किया गया हो, परंतु विभागीय उदासीनता के कारण क्षेत्र के उच्च विद्यालय का संचालन प्राइवेट शिक्षक के बूते हो रहा है। गोगरी प्रखंड के बोरना पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय बोरना है। जहां स्थानीय प्राइवेट शिक्षक के बलबूते पर विद्यालय के नवम व दशम के बच्चों का पठन-पाठन किया जा रहा है। सरकारी निर्देशानुसार बोरना में पंचायत के बच्चों की सुविधा को लेकर मध्य विद्यालय बोरना को दो वर्ष पूर्व उच्च विद्यालय में उत्क्रमित किया गया। वर्तमान में यहां वर्ग नवम में 100 तथा दशम में 98 बच्चे नामांकित हैं। विद्यालय उत्क्रमित होने तथा नामांकन लिए जाने के बाद उच्च विद्यालय का कार्य मध्य विद्यालय के दो कमरे में संचालित हो रहा है। परंतु बीते दो साल में भी उच्च विद्यालय के बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है। लगभग दो सौ बच्चों को पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक उक्त विद्यालय में नहीं है। इस विद्यालय में बच्चों के पठन-पाठन का कार्य प्राइवेट शिक्षक करते हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार विद्यालय़ में वर्ग नवम व दशम के बच्चों को पढ़ाने की कोई व्यवस्था नहीं है। जबकि उत्क्रमित हुए दो वर्ष गुजर गए हैं। ऐसे में बच्चों की शिक्षा तो राम भरोसे ही है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुनील कुमार ने बताया कि उत्क्रमित किए जाने के बाद विभागीय निर्देशानुसार उन्होंने मध्य विद्यालय के दो कमरे
में वर्ग नवम व दशम के बच्चों का नामांकन लेकर वर्ग संचालन आरंभ करा दिया है। मध्य विद्यालय में कार्यरत स्नातक शिक्षक वर्ग का संचालन कर रहे हैं। वहीं, स्थानीय शिक्षक निश्शुल्क पठन-पाठन में सहयोग कर नवम व दशम के बच्चों को पढ़ाते हैं।