बस, बारुण में बांध और नदी की दूरी 30 मीटर है शेष..!
नदियों की आंखमिचौनी जारी है। कोसी के जलस्तर में कभी वृद्ध होती है तो कभी कमी दर्ज की जाती है। मंगलवार को कोसी की टेंडेंसी फालिग रही तो बुधवार की सुबह राइजिग बताई गई है।
निर्भय, जागरण संवाददाता, खगड़िया : नदियों की आंखमिचौनी जारी है। कोसी के जलस्तर में कभी वृद्ध होती है, तो कभी कमी दर्ज की जाती है। मंगलवार को कोसी की टेंडेंसी फालिग रही, तो बुधवार की सुबह राइजिग बताई गई है। सोमवार को कोसी खगड़िया के बलतारा में स्थिर थी। कहने का मतलब कोसी घटकर एकबार फिर बढ़ने लगी है। बीते 24 घंटे में मंगलवार की सुबह छह बजे से बुधवार की सुबह छह बजे तक कोसी के जलस्तर में खगड़िया के बलतारा में 10 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। बारुण में स्थिति बनी हुई है विस्फोटक
कोसी नदी पर बने चोढ़ली जमींदारी बांध के 12-13 किलोमीटर बारुण स्थल पर दबाव कायम है। यहां नदी और बांध की दूरी बुधवार को मात्र 30 मीटर रह गई थी। मंगलवार को यह दूरी 30-50 मीटर थी। बीते सोमवार को बांध और नदी की दूरी 35 और रविवार को 36 मीटर थी। जानकारी के अनुसार यहां पूरी नदी बांध की ओर सिफ्ट कर रही है। नदी 90 डिग्री पर आकर सीधे टकराती है। युद्धस्तर पर शुरू हुआ फ्लड फाइटिग
कोसी के कटाव को देखते हुए मंगलवार की दोपहर फ्लड फाइटिग फोर्स के अध्यक्ष मोद नारायण चौधरी, बाढ़ नियंत्रण अंचल के अधीक्षण अभियंता अख्तर जमील, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-दो, खगड़िया के कार्यपालक अभियंता गणेश प्रसाद सिंह ने बारुण स्थल का जायजा लिया। अधिकारियों ने यहां युद्धस्तर पर फ्लड फाइटिग कार्य चलाने का निर्देश दिया। निर्देश मिलते ही यहां बड़े पैमाने पर फ्लड फाइटिग कार्य शुरू कर दिया गया है। मालूम हो कि यहां दो सौ मीटर में भयानक कटाव है। परकोपाइन और एनसी से कटाव स्थल को पैक किया जा रहा है।
नदी बांध के नजदीक आ गई है। कोसी और बांध की दूरी अब मात्र 30 मीटर बची है। बांध को प्रोटेक्ट किया जा रहा है। कटाव पर नियंत्रण पा लिया जाएगा।
अख्तर जमील, अधीक्षण अभियंता, बाढ़ नियंत्रण अंचल, खगड़िया।