कोरोना का यूके स्ट्रेन बहुत खतरनाक, टेस्टिग व टीकाकरण साथ-साथ चलेंगे: डीएम
जिले में कोरोना धीरे-धीरे विकराल रूप लेते जा रहा है। कोरोना की दूसरी लहर खत
खगड़िया। जिले में कोरोना धीरे-धीरे विकराल रूप लेते जा रहा है। कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक है। इधर, मंगलवार की संध्या डीएम आलोक रंजन घोष ने जिलास्तरीय पदाधिकारियों व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर कोविड संक्रमण के रोकथाम की तैयारियों की समीक्षा की। इस मौके पर उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
डीएम ने जिले में कोविड मरीजों की बढ़ती संख्या व सक्रिय मामलों को देखते हुए सावधानी और सतर्कता बरतने पर बल दिया। वहीं इससे लड़ने की तैयारियों को पूरा करने पर भी बल दिया। ताकि अल्प नोटिस पर भी यथोचित कार्रवाई की जा सके।
डीएम ने बताया कि कोरोना का यूके स्ट्रेन बहुत खतरनाक है और इस वजह से टेस्टिग एवं टीकाकरण भी साथ- साथ चलेंगे। टीकाकरण के उपरांत रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होने में समय लगता है। इसलिए इस दौरान सामाजिक दूरी, मास्क का प्रयोग आवश्यक हो जाता है।
उन्होंने महाराष्ट्र आदि से आने वाली ट्रेनों से खगड़िया, मानसी एवं महेशखूंट रेलवे स्टेशनों पर उतरने वाले यात्रियों का शत-प्रतिशत टेस्टिग सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने कोविड केयर सेंटरों एवं डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटरों में मरीजों की उचित इलाज की व्यवस्था का निर्देश देते हुए कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहां पर तीन शिफ्ट में 24 घंटे डॉक्टर, नर्स के साथ सुरक्षाकर्मी की भी प्रतिनियुक्ति होनी चाहिए। साफ-सफाई भी नियमित तौर पर होनी चाहिए। कोरोना मरीजों के लिए पांच बेड हर समय तैयार स्थिति में रहना चाहिए। नर्सिंग रूम में ट्रॉली के साथ-साथ पांच ऑक्सीजन सिलेंडर भी होना चाहिए। ड्यूटी पर लगे सभी डॉक्टर, नर्स, स्टॉफ, सुरक्षाकर्मी, मजिस्ट्रेट आदि कि उपस्थिति पंजी भी वहीं होना चाहिए। डीएम ने मास्क, कंटेंनमेंट जोन आदि पर भी चर्चा की। उन्होंने
एसीएमओ को निर्देश दिया कि सभी एएनएम को थर्मल स्कैनर का वितरण 24 घंटे के अंदर करा कर प्राप्ति रसीद उपलब्ध कराई जाए। कहा, रेमडेसिविर दवा भी 28 तारीख के बाद जिले में उपलब्ध हो जाएगी और इसकी कालाबाजारी रोकने का निर्देश भी उन्होंने दिया।
इस अवसर पर अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, सिविल सर्जन, नजारत उप समाहर्ता, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी खगड़िया एवं गोगरी, पुलिस उपाधीक्षक खगड़िया एवं गोगरी, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, आपदा प्रभारी आदि मौजूद थे।