घर लौटे बाल तस्करों से मुक्त दोनों बच्चे
खगड़िया। चौथम प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत खरैता व अग्रहण से मजदूरी के लिए ले जाए गए दो बच्चे दिलखुश कु
खगड़िया। चौथम प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत खरैता व अग्रहण से मजदूरी के लिए ले जाए गए दो बच्चे दिलखुश कुमार व गुलशन कुमार को पतरघट (सहरसा जिला) थाना अंतर्गत एक गांव से बीते दिनों बरामद किया गया था। जिसे सहरसा बाल संरक्षण गृह में रखा गया था। उक्त दोनों बच्चों को शनिवार को स्वजनों को सौंप दिया गया। इस संबंध में सहरसा के बाल संरक्षण पदाधिकारी मृगशेखर ने बताया कि दोनों बच्चों को शनिवार को उसके माता-पिता को सौंपा गया। उल्लेखनीय है कि जिले के ठुठ्ठी मोहनपुर पंचायत के खरैता व अग्रहण के दो बच्चे गुलशन कुमार व दिलखुश कुमार को पतरघट पुलिस ने बचपन बचाओ आंदोलन पंजाब के राज्य समन्वयक दिनेश कुमार की सूचना पर बाल तस्कर से 25 दिनों पूर्व मुक्त कराया था। उसी समय से बरामद दोनों बच्चे सहरसा स्थित बाल गृह में रह रहे थे। उल्लेखनीय है कि एक माह पूर्व जालंधर के सांघा आलू फार्म से 38 बाल मजदूर बरामद किए गए थे। इससे पूर्व चौथम थाना क्षेत्र अंतर्गत ठुठ्ठी मोहनपुर पंचायत के अग्रहण निवासी मोहन सदा ने बचपन बचाओ आंदोलन के बिहार मुक्ति कारवां को अपने 11 वर्षीय पुत्र दिलखुश कुमार के बारे में शिकायत दर्ज कराई थी। उक्त शिकायत के बाद बचपन बचाओ आंदोलन के तहत कार्रवाई कराई गई। पंजाब के राज्य समन्वयक दिनेश कुमार के अनुसार चौथम थाना क्षेत्र अंतर्गत ठुठ्ठी मोहनपुर पंचायत के खरैता निवासी रामप्रवेश सदा व सहरसा जिला अंतर्गत पतरघट थाना क्षेत्र के घोघनपट्टी निवासी भानू यादव दोनों मिलकर बच्चों को बाल मजदूरी कराने के लिए प्रलोभन देकर ले जाते हैं। पुलिस की ओर से की गई छापेमारी के बाद रामप्रवेश सदा दो बच्चे दिलखुश कुमार व गुलशन कुमार को लेकर निकल गया। जिसकी सूचना चौथम व पतरघट थाना को दी गई। पतरघट थानाध्यक्ष अमित कुमार ने पुलिस बल के साथ भानू यादव के यहां छापेमारी की। जहां से दोनों बच्चों को बरामद किया गया। साथ ही भानू यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन रामप्रवेश सदा भागने में सफल हो गया था। परंतु चौथम पुलिस ने बीते गुरुवार को गुप्त सूचना के आधार पर रामप्रवेश सदा को भी गिरफ्तार कर लिया।