किसानों को रिकू देवी सिखाती हैं खेती के गुर
खगड़िया। जिले की रिकू देवी आज खेती-बाड़ी में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुकी है। उन्हें
खगड़िया। जिले की रिकू देवी आज खेती-बाड़ी में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुकी है। उन्हें मचान फार्मिंग में महारथ हासिल है। वे अन्य प्रदेशों में जाकर किसानों को मचान फार्मिंग की गुर सिखाती है। खगड़िया जिले के गोगरी प्रखंड अंतर्गत फतेहपुर निवासी रिकू देवी जीविका से जुड़कर मचान फार्मिंग का गुर सिखकर आज आत्मनिर्भर है और दूसरों को भी सशक्त बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। इनकी हुनर को देख जीविका ने बीआरपी बनाया। इसके बाद वह जीविका समूहों की महिलाओं को खेती की गुर सिखाने लगी। इनकी मेहनत से सौ से ज्यादा महिलाएं खेती-बाड़ी में निपुण होकर आत्मनिर्भर बनी। झारखंड में एनआरएलएम ने इनकी योग्यता को परख सम्मानित किया। गत वर्ष एनआरएलएम की ओर से प्रकाशित कृषि व समूह संबंधित पुस्तक के कवर पर इनकी तस्वीर छपी। पुस्तक में इनकी सफलता की कहानी भी प्रकाशित है। वर्ष 2019 में भारत सरकार के दीनदयाल राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बिहार में किए गए केश स्टडी में रिकू देवी के कार्य की न सिर्फ सराहना हुई बल्कि बिहार से तीन बेहतर कार्य करने वाली महिलाओं में रिकू देवी का चयन किया गया। राष्ट्रीय आजीविका मिशन की किताब में इनके परिचय व कार्य को प्रमुखता से छापा गया। वे अब समूह की आदर्श महिला के तौर पर अन्य राज्यों में जाकर आजीविका मिशन के तहत समूह की महिलाओं को प्रेरित करने के साथ उन्हें प्रशिक्षण दे रही है। जीविका बीपीएम मुरारी झा इसे जिला ही नहीं राज्य की उपलब्धि बताते हैं। रिकू देवी के अनुसार मेहनत व लगन से हर मंजिल को प्राप्त किया जा सकता है।