दिव्यांगों ने लोकतंत्र को सशक्त करने में निभाई अहम भूमिका
खगड़िया। दिव्यांगों को कुछ लोग समाज पर बोझ मानते हैं। लेकिन लोकतंत्र के महापर्व में दिव्या
खगड़िया। दिव्यांगों को कुछ लोग समाज पर बोझ मानते हैं। लेकिन, लोकतंत्र के महापर्व में दिव्यांग मतदाताओं ने अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कर यह संदेश दे दिया कि दिव्यांग समाज के एक अभिन्न अंग हैं ना कि बोझ। खगड़िया संसदीय क्षेत्र के लिए मंगलवार को मतदान हुआ।
मंगलवार का सूर्योदय कुछ खास नजर आ रहा था। महिलाएं जल्दी जल्दी घर का काम काज निपटा कर मतदान केंद्र की ओर बढ़ चली। वहीं, दिव्यांग मतदाता भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए तैयार हो गए। पहली बार निर्वाचन आयोग ने दिव्यांग मतदाताओं के सुगम सुलभ मतदान को लेकर व्यापक तैयारी की थी। प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार पाल को दिव्यांग मतदाताओं के सुगम मतदान को लेकर निर्वाचन आयोग द्वारा एक्सेसबल आब्जर्वर बनाया गया था। सुबह में ही आयुक्त खगड़िया पहुंच गए। इसके बाद प्रमंडलीय आयुक्त ने 22 मतदान केंद्रों का जायजा लिया। आयुक्त ने मतदाताओं के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा अनिवार्य सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश के आलोक में मतदान केंद्र पर
उपलब्ध सुविधा की समीक्षा की। वहीं, दिव्यांग मतदाताओं के सुगम मतदान
सुनिश्चित कराने को लेकर की गई तैयारियों का भी जायजा लिया। घड़ी ने 12 बजने की ओर इशारा किया। आयुक्त मतदान केंद्र संख्या 49 पहुंचे। उसी समय एक वृद्ध दिव्यांग को मतदान कराने पहुंची। प्रमंडलीय आयुक्त ने मतदाता से बात की। बीडीओ ने बताया कि मतदान केंद्र पर 10 दिव्यांग मतदाता थे। सभी 10 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया। विकास मित्र और टोला सेवक दिव्यांग मतदाताओं को घर से लाकर मतदान करा रहे हैं और फिर उन्हें वाहन से वापस घर भी पहुंचा रहे हैं। एक्सेसबुल आब्जर्वर ने कहा कि 95 प्रतिशत दिव्यांग मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सभी मतदान केंद्र पर दिव्यांग मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने की समुचित व्यवस्था की गई थी। मौके पर आयुक्त के सचिव रामानुग्रह नारायण सिंह, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मुंगेर प्रमंडल रवींद्र कुमार, सदर बीडीओ आदि
मौजूद थे।