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स्मार्ट फोन आपके 'स्मार्टनेस' पर खतरा उत्पन्न कर सकता है

खगड़िया। स्मार्ट फोन आज की तारीख में आम प्रचलन में है। खासकर युवा वर्ग में। बच्चे और किशो

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Feb 2019 05:20 PM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 05:20 PM (IST)
स्मार्ट फोन आपके 'स्मार्टनेस' पर खतरा उत्पन्न कर सकता है
स्मार्ट फोन आपके 'स्मार्टनेस' पर खतरा उत्पन्न कर सकता है

खगड़िया। स्मार्ट फोन आज की तारीख में आम प्रचलन में है। खासकर युवा वर्ग में। बच्चे और किशोर भी इसका उपयोग करते नजर आ जाते हैं। परंतु, यह कई अर्थों में खतरनाक भी है। स्मार्ट फोन पर लगातार गीत-संगीत सुनने से बहरापन की समस्या पैदा हो रही है। इस पर सिनेमा आदि देखने से आंखों की रोशनी पर भी असर पैदा होता है। कानों में स्मार्ट फोन लगाकर बाइक, बड़े वाहन चलाने, सड़क पार करने में हादसे की भी संभावना रहती है। कहने का मतलब स्मार्ट फोन आपके 'स्मार्टनेस' पर जाने-अनजाने खतरा भी उत्पन्न कर रहा है। सीएचसी चौथम के डॉ. हरगो¨वद ने बताया कि एक नौजवान जब उनके पास पहुंचा, तो उसने नींद नहीं आने की बात कही। साथ ही झुंझलाहट की समस्या भी बताई। जब गहन पड़ताल की गई, तो पता लगा कि स्मार्ट फोन पर लगातार ईयरफोन लगाकर गीत-संगीत सुनने से यह समस्या उत्पन्न हुई है। सदर अस्पताल में आंख, कान और गला रोग विशेषज्ञ डॉ. विद्यानंद ¨सह ने कहा कि इस तरह के मरीज बढ़े हैं। स्मार्ट फोन पर संगीत सुनने के नुकसान

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ईयरफोन के लगातार प्रयोग से सुनने की क्षमता 40 से 50 डेसीबेल तक कम हो जाती है। कान का पर्दा बाइब्रेट

होने लगता है। दूर की आवाज सुनने में परेशानी होने लगती है। यहां तक कि इससे बहरापन भी हो सकता है। ईयरफोन के अत्यधिक प्रयोग से कान में दर्द, सिर दर्द, नींद न आने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। तेज आवाज में संगीत सुनने से मानसिक समस्याएं तो ग्रसित करती ही हैं हृदय रोग और कैंसर का भी खतरा बढ़ जाता है। यह बाहरी भाग के कान के परदे को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ अंदरूनी हेयरसेल्स को भी तकलीफ पहुंचाती है। बता दें कि आमतौर पर कान 65 डेसिबल की ध्वनि को ही सहन कर सकता है। लेकिन ईयरफोन पर अगर 90 डेसिबल की ध्वनि 40 घंटे से ज्यादा सुनी जाए तो कान की नसें पूरी तरह डेड हो जाती है।

खतरे को ऐसे किया जा सकता है कम

ईयरफोन का इस्तेमाल कम से कम करने की आदत डालें। अगर आपको घंटों ईयरफोन लगाकर काम करना है, तो हर एक घंटे पर कम से कम पांच मिनट का ब्रेक लें। अच्छी क्वालिटी के ही हेडफोन या ईयरफोन का प्रयोग करें। ईयरबड की बजाय ईयरफोन का प्रयोग करें। क्योंकि यह बाहरी कान में लगे होते हैं।

क्या कहते हैं आंख, कान और गला रोग विशेषज्ञ

सदर अस्पताल में आंख, कान और गला रोग विशेषज्ञ डॉ. विद्यानंद ¨सह ने कहा कि आजकल स्मार्ट फोन पर ईयरफोन लगाकर लगातार गीत-संगीत सुनने के कारण उत्पन्न होने वाली परेशानी के मरीज आ रहे हैं। स्मार्ट फोन का लंबा यूज करने पर कान से संबंधित समस्या पैदा होती है। श्रवण शक्ति घटने लगती है। पहले कान में सनसन, ¨झगुर की तरह आवाज आती है और इसके बाद श्रवण शक्ति घटने लगती है।


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