कागज पर ही खुले में शौच से मुक्त हो गई खुटिया पंचायत
खगड़िया। मानसी मुंगेर प्रमंडल का खुले में शौच से मुक्त पहला प्रखंड है। लेकिन, यहां शौचालय ि
खगड़िया। मानसी मुंगेर प्रमंडल का खुले में शौच से मुक्त पहला प्रखंड है। लेकिन, यहां शौचालय निर्माण के नाम पर गोरखधंधा का मामला उजागर हुआ है। यह मामला प्रखंड के खुटिया पंचायत में सामने आया है। बताते चलें कि खुटिया पंचायत दो वर्ष पूर्व ही खुले में शौच से मुक्त हो चुकी है। इस मामले में फिलहाल
बीडीओ की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जानकारी अनुसार बीते 23 जनवरी को मुंगेर कमिश्नर पंकज कुमार पाल ने जब उक्त पंचायत की स्थलीय निरीक्षण किया तो यह सच उजागर हुआ। निरीक्षण के क्रम में सामने आया कि पंचायत में 18 वार्ड है। कुल घरों की संख्या 14 सौ है। जबकि चार से पांच सौ शौचालय अधूरे हैं। कमिश्नर ने पंचायत की वार्ड पांच व छह का स्थलीय निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान संबंधित वार्ड के ओम प्रकाश पासवान, कुंदन कुमार, बसंती देवी, हेमा देवी, कल्पना देवी, शशिभूषण पासवान, रोहित पासवान, सुमित्रा देवी, गुंजन देवी, इंदिरा देवी, रामानंद पासवान आदि ने कमिश्नर को बताया कि शौचालय निर्माण की राशि उन्हें अब तक नहीं मिली है। कमिश्नर ने ऑन स्पॉट जब मानसी बीडीओ से पूछा, तो उनका कहना हुआ कि जिनका एमआइएस होगा, उन्हीं को पैसा मिलेगा। अब 2016 में उक्त पंचायत खुले में शौच से मुक्त कैसे घोषित हुई यह सवाल अपनी जगह कायम है। सूत्रों के अनुसार कई लोगों ने पुराने शौचालय की तस्वीर खींच योजना का लाभ ले लिया।
डीडीसी को दिए गए गहन जांच के आदेश कमिश्नर ने खगड़िया डीडीसी को पूरे मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं। डीडीसी को कहा गया है कि पंचायत की सभी वार्ड में स्वयं जाकर शौचालय निर्माण की जांचकर भुगतान की समस्या को दूर करें। इस मामले में दोषी अधिकारियों और कर्मियों पर अनुशासनिक कार्रवाई को भी कहा गया है।
कोट 'औचक निरीक्षण में सामने आया कि जब दो साल पहले पंचायत खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दी गई, तो चार से पांच सौ शौचालय अधूरे कैसे हैं? डीडीसी को स्वयं स्थलीय जांच करने, दोषी अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।' = पंकज कुमार पाल, कमिश्नर, मुंगेर।