कुंभ नहाने के बदले काल के गाल में समा गए लोग
खगड़िया। प्रयागराज कुंभ नहाने घर से निकली इंदिरा देवी व इंचा देवी उर्फ इल्चा देवी ने सपनों
खगड़िया। प्रयागराज कुंभ नहाने घर से निकली इंदिरा देवी व इंचा देवी उर्फ इल्चा देवी ने सपनों में भी नहीं सोचा होगा, कि, कुंभ के बदले काल के गाल में समा जाएंगे। जिला मुख्यालय के बलुआही, वार्ड नंबर- 24 के करीब 40 लोग प्रयागराज कुंभ नहाने को लेकर कई दिनों से योजना बना रहे थे। शनिवार की रात्रि सभी आगे-पीछे खगड़िया स्टेशन ट्रेन पकड़ने को निकले। मुहल्लेवासियों के अनुसार अधिकांश लोग नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस पर चढ़ गए। जबकि इंदिरा, इल्चा समेत कई लोग नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस पर नहीं चढ़ पाए। ये लोग
पीछे से आ रही सीमांचल एक्सप्रेस पर सवार हो गए। जिसमें इंचा उर्फ इल्चा देवी के पतोहू वीणा देवी, पोता सचिन, मंजू देवी आदि शामिल थे। लेकिन, इंदिरा और इल्चा को क्या मालूम था कि मौत उनका पीछा कर रही है और वे कुंभ नहीं पहुंच पाएंगे। ट्रेन हादसे के दोनों शिकार हो गए।
रास्ते में ही इस दुनिया से विदा हो गए। स्व. नर¨सह यादव की पत्नी इंचा देवी उर्फ इल्चा देवी के संग उनकी पतोहू वीणा व पोता सचिन साथ था। हादसा बाद उसने नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस से आगे निकले समाज के लोगों को मोबाइल पर सूचना दी। सचिन ने बताया कि बड़ा हादसा हो गया और उनकी दादी की मौत हो गई। तब नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस पर सवार समाज के कई लोग दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन पर उतर गए। अल सुबह सचिन ने ही बलुआही में कई लोगों को फोन कर हादसे की जानकारी दी और तब परिजन समेत अन्य लोग हाजीपुर को रवाना हुए। नगर परिषद वार्ड-24 के पार्षद रणवीर कुमार ने पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें हरसंभव सहयोग की बात कही। बलुआही में कोहराम मचा हुआ है। अधिकांश घरों में आज खाना नहीं पका। चारों ओर मातम का चादर पसरा हुआ है।