टीईटी-एसटीईटी पास अभ्यार्थियों की बहाली करे सरकार: मोर्चा
खगड़िया। बिहार टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक बहाली मोर्चा ने शनिवार को डीएम को एक ज्ञापन सौंप
खगड़िया। बिहार टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक बहाली मोर्चा ने शनिवार को डीएम को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें मोर्च ने बिहार सरकार की कई मोर्चे पर प्रशंसा करते हुए टीईटी एवं सीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति करने की मांग की है। मोर्चा ने अपने पत्र में कहा है कि बिहार सरकार हर क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही है। जिसकी पूरे देश मे प्रशंसा हो रही है। लेकिन बिहार के विद्यालयों में सुयोग्य शिक्षकों की कमी के कारण पठन- पाठन में अपेक्षित सुधार नहीं हो रहा है। जिससे बिहार शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ रहा है। मोर्चा ने कहा कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के विकास के लिए शिक्षकों की नियुक्ति बहुत जरूरी है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय रिपोर्ट (जुलाई 2017) के आधार पर प्रारंभिक विद्यालयों में 20,3934 पद रिक्त हैं। जिनमें प्राथमिक में कुल रिक्तियां108979 तथा उच्च प्राथमिक में रिक्तियां 73905 है। वर्तमान में यह आंकड़ा और ज्यादा है। मोर्चा ने जिलाधिकारी को पत्र देकर सरकार से अविलंब नए योग्य शिक्षकों के रूप में बिहार टीईटी उत्तीर्ण प्रशिक्षित अभ्यर्थियों की बहाली करके स्थिति को सामान्य करने पर ध्यान देने का अनुरोध किया है। ताकि राज्य में छात्र शिक्षक अनुपात राष्ट्रीय मापदंड़ों के अनुरूप प्राथमिक 30:1 तथा उच्च प्राथमिक में 35:1 हो सके। मोर्चा ने कहा कि 8 सितंबर 2017 को पटना उच्च न्यायालय ने भी 6 से 8 महीनों के अन्दर शिक्षकों की कमी को पूरा करने का फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट में बिहार सरकार द्वारा एक शपथ पत्र जमा किया गया। जिसमें इस बात का जिक्र है कि राज्य में 2 लाख प्रारंभिक शिक्षकों के पद रिक्त हैं। शिक्षकों की भारी कमी को दूर करने के लिए सरकार मोर्चा के अनुरोध पर विचार करते हुए शिक्षकों की शीघ्र बहाली करें। इस के साथ ही मोर्चा ने मांग की कि.टीईटी व एसटीईट के संपूर्ण अभ्यार्थियों की बहाली करें। जिसमें बिहार के स्थायी निवासियों को प्राथमिकता दी जाए। बहाली प्रक्रिया केंद्रीकृत हो जिससे समय की बचत के साथ ही प्रक्रिया सरल एवं पारदर्शी बने।