रसोइया के हड़ताल से बच्चों के भोजन बंद
खगड़िया। एक तरफ सेविका के हड़ताल से आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों का पोषण कार्य बंद ह
खगड़िया। एक तरफ सेविका के हड़ताल से आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों का पोषण कार्य बंद है। एक माह से अधिक समय से केंद्र बंद है। तो दूसरी ओर रसोईया कर्मियों के हड़ताल से विद्यालयों में बच्चों के मध्याह्न भोजन पर भी आफत आ गई है। अपनी मांगों को लेकर रसोइया के हड़ताल पर चले जाने से विद्यालयों में मध्याह्न भोजन नहीं बनाया जा रहा है। जिससे बच्चे भोजन से वंचित हो रहे हैं। बताते चले कि मानदेय वृद्धि, सरकारी कर्मचारी का दर्जा सहित विभिन्न मांगों को लेकर रसोइया कर्मी संघ के आह्वान पर बीते सात जनवरी से विद्यालयों में रसोइया का कार्य कर रही महिलाएं हड़ताल पर है। हलांकि ठंड को लेकर नौ जनवरी तक विद्यालयों में बच्चों की छुट्टी थी। शुक्रवार से विद्यालय तो खुली पर विद्यालय में हड़ताल के कारण मध्याह्न भोजन बंद रहने से बच्चों की उपस्थिति भी कम दिखी। शनिवार को भी वही हाल रहा। गोगरी में रसोइया के हड़ताल पर बने रहने कारण किसी विद्यालय में मध्याह्न भोजन नहीं बना। प्रधानाध्यापकों से जब इस संबंध में बात की गई तो उनका कहना हुआ रसोइया हड़ताल पर है। जिससे बच्चों को मध्याह्न भोजन नहीं दिया जा रहा है। एमडीएम किसी सूरत में बंद नहीं रखे जाने के विभागीय निर्देश की बावत कहा कि रसोइया के हड़ताल बाद विभागीय स्तर वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं। अगर निर्देश दी जाएगी तो वैकल्पिक व्यवस्था कर भोजन दी जाएगी। इधर रसोइया संघ के लोगों ने जबतक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी वे लोग हड़ताल पर ही रहेगी। विद्यालय में भोजन बनाने की वैकल्पिक व्यवस्था की गई तो उसका विरोध किया जाएगा। बीइओ हरेंद्र रजक ने कहा रसोइया के हड़ताल के कारण विद्यालयों में एमडीएम पर काफी असर पड़ रहा है। इस मामले में वरीय अधिकारी का जो निर्देश होगा उसका पालन कराया जाएगा।