इंडो-नेपाल रेल परियोजना पर कार्य जल्द पूरा होने की उम्मीद
कटिहार। इंडो-नेपाल रेल परियोजना पर कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। चालू वर्ष के अंत तक इस पि
कटिहार। इंडो-नेपाल रेल परियोजना पर कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। चालू वर्ष के अंत तक इस परियोजना का कार्य पूर्ण हो जाने की उम्मीद है। यह बातें बुधवार को डीआरएम रविद्र कुमार वर्मा ने प्रेसवार्ता में कही।
डीआरएम श्री वर्मा ने वर्ष 2020 में कटिहार रेल मंडल की उपलब्धियां भी गिनाई। यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर भविष्य की योजनाओं की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रेल मंडल में प्रस्तावित विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो चुका है। गत वर्ष कटिहार रेल मंडल में ट्रेनों का परिचालन शत- प्रतिशत रहा है एवं माल गाड़ियों की औसत उपलब्धि 52.63 किलोमीटर प्रति घंटा रहा। वहीं निर्यात को बढ़ावा देने के लिए पिछले पांच माह के दौरान कटिहार रेल मंडल से नया प्वाइंट शुरू करते हुए बांग्लादेश तक 81 गाड़िया जबकि कुल 217 गाड़ियों को बांग्लादेश तक परिचालित किया गया। इसके अतिरिक्त कटिहार रेल मंडल अंतर्गत यात्रियों की सुविधा के तहत स्टेशनों का उन्नयन, एक्सलेटर, दिव्यांगजन के लिए सुविधाएं, ऊपरी पैदल पुल का निर्माण, नए लाइन का निर्माण के अलावा सुरक्षा की ²ष्टि से भी कई कार्य कराए गए। कटिहार रेल मंडल में डिजिटल इंडिया और हरित पहल को बढ़ावा दिया गया। ई ऑफिस, फ्रंट बिजनेस डेवलपमेंट पोर्टल सहित कोविड-19 के दौरान किए गए अच्छे कार्यों के संबंध में भी डीआरएम द्वारा जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त मालवाहक ट्रैफिक को सड़क मार्ग से रेल मार्ग में परिवर्तित कर 2.54 करोड़, दिसंबर 2020 तक बांग्लादेश के लिए 81 मालवाहक इकाई का ट्रैफिक का लदान से 11.27 करोड़, पार्सल में कुल 107 भीपियू मवेशी ट्रैफिक को सड़क मार्ग से रेल मार्ग में परिवर्तित करते हुए 85.6 लाख रेल राजस्व की उगाही हुई हैं। डीआरएम ने बताया कि दिसंबर 2020 तक कुल 932 रैक से 321.58 करोड़ रेल राजस्व की प्राप्ति हुई। कोविड-19 के कारण 22 मार्च 2020 से सभी नियमित यात्री गाड़ियों के रद्द होने के कारण सवारी में काफी कमी आई है। अभी केवल 43 जोड़ी विशेष मेल व एक्सप्रेस और तीन जोड़ी सवारी गाड़ियां ही ही परिचालित हो रही है। इस मौके पर डीआरएम श्री वर्मा के साथ एडीआरएम चौधरी विजय कुमार व डीसीएम अमिताभ कुमार मिश्रा भी मौजूद थे।