कटिहार में बीडीओ ने पूर्व मुखिया को कूटा, कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठे
बिहार के कटिहार जिले में बीडीओ ने पूर्व मुखिया के साथ मारपीट की। इस मारपीट से आहत होकर पूर्व मुखिया अपने कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए। मामला तूल पकड़ने लगा। नारेबाजी की जाने लगी। इसके बाद बीडीओ मुखिया के पास पहुंचे।
संवाद सूत्र, हसनगंज, कटिहार: हसनगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रखंड प्रमुख के कक्ष में बीडीओ रितेश कुमार के द्वारा रामपुर पंचायत के पूर्व मुखिया विजय कुमार साह के साथ मारपीट करने का मामला प्रकाश में आया है। इस घटना के विरोध में पूर्व मुखिया अपने समर्थकों के साथ प्रखंड कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरना पर बैठ गए एवं न्याय की मांग करने लगे। हालांकि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं प्रखंड व अंचल के अधिकारी और कर्मियों की ओर से बीडीओ से माफी मंगवाकर मामले में समझौता करवा दिया गया है।
पूर्व मुखिया विजय कुमार साह ने बताया कि मेरे कार्यकाल में हुए कार्यो का तीन वर्ष हो चुका है। इसके बावजूद भुगतान के लिए दौड़ाया जा रहा है। इसी मामले को प्रखंड प्रमुख के समक्ष रख रहे थे। इसी बीच बीडीओ आए और मेरे साथ मारपीट करने लगे। जिसमें हम कुर्सी से नीचे गिर गए और मुझे चोट भी आई।
समाजसेवी अंकित सिंह ने बताया कि बीडीओ द्वारा मारपीट की सूचना पर जब प्रखंड मुख्यालय पहुंचे तो देखे पूर्व मुखिया नीचे गिरे हुए थें। उनको हमलोगों द्वारा उठाया गया। यह अधिकारियों का तानाशाह रवैया है। जिसकी घोर निंदा करते हैं। वहीं घटना के संबंध में प्रखंड प्रमुख नीलू देवी ने बताया कि पूर्व मुखिया विजय कुमार साह और बीडीओ के बीच योजना संबंधित विवाद हो गया था। जिसको हम सभी जनप्रतिनिधि आपस में बैठकर बीडीओ से मांफी मंगवाकर विवाद को समाप्त करवा दिए। वहीं बीडीओ का कहना है कि यह घटना परिस्थितिजन्य हुआ है। इसकी पुनरावृत्ति नहीं होगी।
हसनगंज में सरकारी योजनाओं में व्याप्त है भ्रष्टाचार
हसनगंज में सरकारी योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार का ही परिणाम है कि इस तरह के मामले सामने आते रहते हैं। इसके पूर्व भी 23 जून 2021 को पुराने प्रखंड कार्यालय में मुखिया विजय कुमार साह और कनीय अभियंता पुष्पेंद्र कुमार के बीच कमीशन के लेनदेन को लेकर कहासुनी हुई थी। वहीं अक्टूबर 2022 में छठ घाट योजना में गड़बड़ी को लेकर ग्रामीणों ने हसनगंज-डंडखोरा सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया था। साथ ही तीन नवंबर 2022 को घटिया पीसीसी सड़क निर्माण को लेकर भी मामला प्रकाश में आया था। जिससे स्पष्ट होता है कि हसनगंज प्रखंड क्षेत्र में सरकार की विकास योजनाओं में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार व्याप्त है। जिसका नतीजा है कि मामला हाथापाई तक पहुंच गया जो जांच का विषय है।