कही जर्जर भवन तो कहीं खुले आसमान के नीचे पढ़ रहे बच्चे
कटिहार। सरकारी विद्यालयों में शिक्षा में सुधार का दावा धरातल पर नहीं उतर पा रहा है। भ
कटिहार। सरकारी विद्यालयों में शिक्षा में सुधार का दावा धरातल पर नहीं उतर पा रहा है। भवनहीन विद्यालयों को बगल के विद्यालय में शिफ्ट करने की घोषणा के बाद भी आज तक कई विद्यालयों का संचालन कही जर्जर भवन तो कही खुले आसमान के निचे हो रहा है। प्रखंड के कई उच्च् विद्यालयों में जर्जर भवन में बच्चे शिक्षा ग्रहण करने को विविश हैं। जबकि कई नव सृजित विद्यालय कई सामुदायिक भवन तो कही हवामहल में संचालित हो रहे हैं। प्रखंड के विशनपुर पंचायत स्थित नया प्राथमिक विद्यालय चंदन की स्थापना 20 मार्च 2007 को हुई थी। स्थापना काल से ही विद्यालय सामुदायिक भवन में संचालित हो रहा है। भवन के छत और दीवार जर्जर होने के कारण बच्चे दहशत में रहते हैं। विद्यालय के चारो ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जबकि पेयजल की भी समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण परेशानी हो ररही है। जबकि आसपास गंदगी और गंदा पानी फैला रहने के कारण संक्रमण की आशंका बनी रहती है।
क्या कहती हैं प्रधानाध्यापक :
विद्यालय की प्रधानाध्यापक डॉली कुमारी ने कहा कि विद्यालय की स्थिति के बारे में विभागीय पदाधिकारी का अवगत कराया गया है। पंचायत के मुखिया परशुराम ¨सह ने बताया कि विद्यालय के नाम 21 डिसमील जमीन पूर्व मुखिया सरस्वती देवी के द्वारा दिया गया है। लेकिन जमीन को लेकर व्यवधान उतपन्न रहने के कारण भवन निर्माण कार्य नहीं हो पाया है। पंचायत समिति युगलकिशोर, विद्यालय के अध्यक्ष सनोज कुमार चौधरी, ग्रामीण गंगा विष्णु महतो, रूपनारायण यादव, महेंद्र झा, अनिल मंडल, राजेश मंडल, गुड्डू शर्मा आदि ने जिलाधिकारी से इस दिशा में पहल करने की मांग की है।