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सीमांचल के दो दर्जन संदिग्ध संगठनों की बढ़ी निगहबानी

कटिहार: पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद नेपाल व बांग्लादेश की सरहद से लगे सीमांचल व

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Feb 2019 09:47 PM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 09:47 PM (IST)
सीमांचल के दो दर्जन संदिग्ध 
संगठनों की बढ़ी निगहबानी
सीमांचल के दो दर्जन संदिग्ध संगठनों की बढ़ी निगहबानी

कटिहार: पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद नेपाल व बांग्लादेश की सरहद से लगे सीमांचल व कोसी परिक्षेत्र में भी खुफिया तंत्रों की निगहबानी बढ़ गई है। घटना के बाद गृह मंत्रालय के गाइड लाइन के अनुसार खासकर आईबी द्वारा पूर्व से चिन्हित दो दर्जन संदिग्ध संगठनों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा तीन दर्जन ऐसे खास लोगों की हर गतिविधि पर भी आईबी की नजर है, जो पूर्व से खुफिया तंत्रों के लिए लाल घेरे में हैं। इसी तरह सोशल मीडिया की भी सतत निगहबानी शुरु है। संदिग्ध संगठनों के हर शख्स पर पैनी नजर, आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों की खंगाली जा रही कुंडली

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गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार इन संदिग्ध संगठनों के हर शख्स पर खुफिया विभाग की पैनी नजर लगी हुई है। उसकी हर गतिविधि पर बारिक नजर रखी जा रही है। साथ ही इन तमाम सदस्यों का पूरी कुंडली खंगाली जा रही है। गत एक साल से उसकी लंबी यात्रा की जानकारी भी जुटाई जा रही है। इसी तरह सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों का भी पूरा प्रोफाइल खंगाला जा रहा है। जानकारी के अनुसार प्रतिबंधित संगठन सिमी से कभी जुड़े रहे लोग ही विशेषकर आईबी के निशाने पर हैं। इतना ही नहीं सरहद पार सक्रिय भारत विरोधी संगठनों से ऐसे लोगों के तार जुड़े होने की पड़ताल भी हर स्तर से की जा रही है। देश विरोधी गतिविधियों को लेकर कोसी व सीमांचल रहा है संवेदनशील

कोसी व सीमांचल का इलाका देश विरोधी गतिविधियों को लेकर पूर्व से संवेदनशील रहा है। खासकर नेपाल के रास्ते देश में प्रवेश करने की फिराक में पूर्व में भी इस क्षेत्र में राष्ट्रविरोधी संगठनों से जुड़े तत्वों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इतना ही नहीं यहां सक्रिय कई संगठन भी पूर्व से लाल घेरे में रहे हैं और उसकी नियत व कनेक्शन को लेकर गृह मंत्रालय को रिर्पोट जाती रही है। पूर्व में देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए नकली नोटों के कारोबार में भी इस परिक्षेत्र के कई लोग सलाखों के पीछे भेजे जा चुके हैं।


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