उपस्वास्थ्य केंद्रों का हाल खास्ता, इलाज के लिए भटक रहे मरीज
कटिहार। बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का आजमनगर प्रखंड के लोगों को अब भी इंतजार है। विभागीय स्तर
कटिहार। बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का आजमनगर प्रखंड के लोगों को अब भी इंतजार है। विभागीय स्तर पर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की कवायद तो की जा रही है, लेकिन यह धरातल पर नहीं उतर पा रही है। इसके कारण अब भी लोग बेहतर सुविधा से महरूम हैं। बता दें कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की सुविधा को लेकर प्रखंड में 38 उपस्वास्थ्य केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। लेकिन यहां इलाज की सुविधा मयस्सर नहीं है। महज एक एएनएम के भरोसे क्षेत्र के लोगों के इलाज की जिम्मेदारी है। इसके लिए अब भी लोग स्वास्थ्य सुविधा के लिए ग्रामीण व निजी चिकित्सक पर पूरी तरह निर्भर है।
28 पंचायतों के लिए है 38 उपस्वास्थ्य केंद्र :
आंकड़ों की मानें तो प्रखंड के 28 पंचायतों में 38 उपस्वास्थ्य केंद्र संचालित हैं। इसके साथ ही अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र और पीएचसी की भी व्यवस्था है। लेकिन चिकित्सक व कर्मियों के अभाव में लोगों का इलाज भगवान भरोसे हो रहा है। बता दें कि पांच पंचायत के लोगों के स्वास्थ्य केंद्र का जिम्मा उठाने वाला उपस्वास्थ्य केंद्र घोरदह महीनों से बंद है। ऐसे में गंभीर मरीजों और गर्भवती महिलाओं को तत्काला इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना मुश्किल होता है। लेकिन विभागीय स्तर पर इस दिशा में सकारात्मक पहल नहीं हो पा रही है।
क्या कहतें हैं मंत्री :
स्थानीय विधायक सह खनन एवं भूतत्व मंत्री विनोद कुमार ¨सह ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की कमी दूर करने को लेकर सरकार प्रयासरत है। शीघ्र ही इस दिशा में सकारात्मक पहल होगी। लोगों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।