महानंदा लाल निशान के पार, गंगा, कोसी व बरंडी नदी उफान पर
कटिहार : बराज से महानंदा नदी में पानी छोड़े जाने से महानंदा पूरे उफान पर है। बुधवार क
कटिहार : बराज से महानंदा नदी में पानी छोड़े जाने से महानंदा पूरे उफान पर है। बुधवार को नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर दर्ज किया गया है। दो दिन पूर्व महानंदा के जलस्तर में कमी दर्ज की गई थी। सोमवार को पानी डिस्चार्ज किए जाने के बाद महानंदा के जलस्तर में भारी वृद्धि दर्ज की गई है। आजमनगर, धबौल एवं दुर्गापुर में महानंदा लाल निशान को पार कर गया। झौआ, बहरखाल एवं कुर्सेल में नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। गंगा, कोसी व बरंडी नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की दोपहर झौआ में महानंदा का जलस्तर 31.15 मीटर तथा बहरखाल में 30.95 मीटर दर्ज किया गया। यहां महानंदा का जलस्तर खतरे के निशान से महज कुछ ही सेंटीमीटर नीचे है। आजमनगर में महानंदा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर 30.29 मीटर, धबौल में 29.55 मीटर तथा दुर्गापुर में 28.30 मीटर दर्ज किया गया है। कुर्सेल में महानंदा 31.24 मीटर तथा गो¨बदपुर में 26.83 मीटर पर बह रही है। काढ़ागोला में गंगा नदी का जलस्स्तर खतरे के निशान से 30.53 मीटर तथा रामायणपुर में 27.38 मीटर दर्ज किया गया है। एनएच 31 के समीप डुमर में बरंडी नदी का जलस्तर 30.90 मीटर, कारी कोसी का जलस्तर 28.47 मीटर तथा कुर्सेला रेल ब्रीज के समीप कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर 30.72 मीटर दर्ज किया गया है। महानंदा, गंगा व कोसी में उफान से बाढ़ का संकट और भी गहरा गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में तेजी से बाढ़ का पानी फैल रहा है।