हिलोर मार रही चुनावी धारा, डगमग कर रही सबकी नैया..
कटिहार। अबकी चुनावी धारा पूरी तरह हिलोर मार रही है। सामाजिक समीकरणों की पतवार ह
कटिहार। अबकी चुनावी धारा पूरी तरह हिलोर मार रही है। सामाजिक समीकरणों की पतवार हाथ से छूटती महसूस हो रही है। हर बड़े पहलवानों की चुनावी नैया पूरी तरह डगमग कर रही है। सबकी उम्मीदें बड़े नेताओं की रैलियों पर टिकी हुई है। नजदीक दिखता किनारा एक झटके में दूर प्रतीत होने लगता है। कल तक दंभ भरने वाले पहलवान अब हर चौखट पर मिमियाते नजर आ रहे हैं।
पावन गंगा, कोसी व महानंदा से घिरे जिले के सात विधानसभा सीटों पर महासंग्राम की तस्वीर साफ होने लगी है। कटिहार सदर विधानसभा सीट पर हैट्रिक लगा मैदान में चौथी बार उतरे भाजपा के तारकिशोर प्रसाद के सामने जदयू व राकांपा होते हुए एक बार फिर लालटेन थामने वाले पूर्व मंत्री डा. रामप्रकाश महतो ताल ठोक रहे हैं। कई दलीय व निर्दलीय प्रत्याशी की मौजूदगी दोनों के लिए अलग से परेशानी का सबब बन सकता है। कांटे की टक्कर में हल्का नफा-नुकसान परिणाम में उलट फेर कर सकता है। कदवा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के शकील अहमद खान, जदयू के सूरज प्रकाश राय व लोजपा के चंद्रभूषण ठाकुर के बीच रोचक जंग के आसार बनते जा रहे हैं। शकील अहमद अबकी दूसरी पारी खेलने को पसीना बहा रहे हैं तो गत चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के रुप में बिना जदयू की मदद से दूसरे स्थान पर रहे चन्द्रभूषण ठाकुर लोजपा की टिकट से अस्तित्व की जंग लड़ रहे हैं। सूरज प्रकाश राय को राजग के वोट बैंक का आसरा है। यहां पूर्व मंत्री हेमराज सिंह अलग ताल ठोक रहे हैं। कोढ़ा में वर्तमान कांग्रेस विधायक पूनम पासवान के समक्ष पूर्व विधायक स्व महेश पासवान की पत्नी कविता पासवान भाजपा उम्मीदवार के रुप में कड़ी टक्कर में हैं। यहां भी कई छोटे दल व निर्दलीय प्रत्याशी दोनों को नफा-नुकसान पहुंचाने की स्थिति में हैं। बरारी विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान राजद विधायक नीरज यादव के सामने राजग से जदयू के मेयर विजय सिंह के साथ लोजपा से भाजपा के पूर्व विधायक विभाषचंद्र चौधरी भी डटे हुए हैं। विभाषचंद्र चौधरी जंग को त्रिकोणात्मक बनाने को खूब पसीना बहा रहे हैं। मनिहारी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के वर्तमान विधायक मनोहर प्रसाद सिंह, जदयू के शंभू सुमन व लोजपा के अनिल उरांव के बीच रोमांचक मुकाबले के आसार बनने लगे हैं। प्राणपुर में पूर्व मंत्री बिनोद सिंह की पत्नी निशा सिंह अबकी भाजपा की टिकट से मैदान में हैं। कांग्रेस से एक बार फिर तौकीर आलम मैदान में उतरे हैं। इन दोनों के बीच गत चुनाव में दूसरे स्थान पर रही इशरत परवीन ने निर्दलीय मैदान में उतर इस मुकाबले को रोचक बना दिया है। बलरामपुर विस क्षेत्र से महागठबंधन की ओर से माले के महबूब आलम एक बार फिर मैदान मारने को हर बिसात बिछा रहे हैं। उनके सामने इस बार गत चुनाव में भाजपा से उम्मीदवार रहे वरुण झा वीआइपी की टिकट से मैदान में डटे हुए हैं।