'धर्म बदल लो नहीं तो तुम्हें और तुम्हारी बेटी को मार दूंगा...' पूर्व मुखिया को पीटते हुए कहता पति, गिरफ्तार
पीड़िता ने थाना में दिए आवेदन में कहा है कि नोईद अख्तर ने बहला फुसलाकर उससे शादी की थी। दिसंबर 2009 में शादी होने के कुछ दिन बाद से ही वह अपने असली रूप में आ गया। उसके साथ आए दिन मारपीट करने लगा।
HighLights
- मैरी मरांडी ने दिसंबर 2009 में लछौर गांव निवासी नोईद अख्तर से की थी शादी।
- धर्म नहीं बदलने पर पूर्व मुखिया और उसकी बेटी को जान से मारने की धमकी।
- पति के दबाव में आकर साल 2011 में उसने शिक्षिका के पद से इस्तीफा दे दिया।
संवाद सूत्र, बलरामपुर (कटिहार) : कटिहार जिले में बहला-फुसलाकर आदिवासी लड़की से शादी करने और बाद में उस पर मतांतरण करने के लिए दबाव डालने और मारपीट करने का मामला सामने आया है। मामला शरीफ नगर पंचायत अंतर्गत लछौर गांव का है।
मतांतरण का आरोप लगाने वाली मैरी मरांडी शिक्षिका होने के साथ ही पंचायत की मुखिया भी रह चुकी हैं। पुलिस ने आरोपी पति नोईद अख्तर को गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़िता ने थाना में दिए आवेदन में कहा है कि नोईद अख्तर ने बहला फुसलाकर उससे शादी की थी। दिसंबर 2009 में शादी होने के कुछ दिन बाद से ही वह अपने असली रूप में आ गया। उसके साथ आए दिन मारपीट करने लगा। जातिसूचक गाली देते हुए कहता था कि तुम छोटी जाति की हो। तुम धर्म बदल लो नहीं तो तुम्हें और तुम्हारी बेटी को जान से हाथ धोना पड़ेगा।
दबाव में नौकरी से दे दिया इस्तीफा
पीड़िता ने बताया कि इस बीच उसे एक बेटी भी हुई। पति के दबाव में आकर साल 2011 में उसने शिक्षिका के पद से इस्तीफा दे दिया। अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट से वह मुखिया का चुनाव भी जीती। फिर भी नोईद अख्तर प्रताड़ित करता रहा।
पति के भाइयों ने भी पीटा
महिला ने कहा कि अब वह माता-पिता और उससे रुपये भी मांगने लगा। रुपये मिल जाने पर कुछ दिनों के लिए चुप रहता था। फिर किसी न किसी बहाने झगड़ा और मारपीट करने लगता था। नोईद के साथ उसके दो भाई नौसर आलम एवं मुनीर आलम भी मारपीट करते थे।
उसने कहा कि पिछले साल अक्टूबर में तीनों भाइयों ने उसे बुरी तरह से पीटा था। इसको लेकर गांव में दो बार पंचायती भी हुई थी, लेकिन न्याय नहीं मिला।
बलरामपुर थानाध्यक्ष प्रह्लाद यादव ने बताया कि महिला के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है।