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मूसलाधार बारिश से जिले में जगह-जगह जलजमाव

प्रकृति कब कहां और किस समय काल बन जाएगी यह कहना मुश्किल है। कुछ यही हाल मंगलवार की शाम से कैमूर जिले का हुआ है। जहां बारिश के साथ-साथ ठनका ने भी अपना रौद्र रूप दिखाया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Sep 2019 11:41 PM (IST)Updated: Wed, 18 Sep 2019 11:41 PM (IST)
मूसलाधार बारिश से जिले में जगह-जगह जलजमाव
मूसलाधार बारिश से जिले में जगह-जगह जलजमाव

प्रकृति कब कहां और किस समय काल बन जाएगी यह कहना मुश्किल है। कुछ यही हाल मंगलवार की शाम से कैमूर जिले का हुआ है। जहां बारिश के साथ-साथ ठनका ने भी अपना रौद्र रूप दिखाया। साल की पहली मूसलाधार बारिश ने जहां एक ओर किसानों को खुश कर दिया तो वहीं दूसरी तरफ ठनका ने पांच लोगों की जान लेकर लोगों में दहशत पैदा कर दिया। एक-एक बूंद पानी को बचाने के लिए पिछले दो महीने से प्रयास कर रहे लोगों व प्रशासन के लिए मूसलाधार बारिश ने समस्या उत्पन्न कर दिया। भभुआ नगर के सभी वार्डों की हर गली, मुख्य सड़क पूरी तरह जलमग्न हो गई। नगर के मुख्य सड़क के किनारे स्थित दुकानों के अंदर पूरा पानी प्रवेश कर गया।

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बुधवार की दोपहर में लगभग ढाई घंटे हुई मूसलाधार बारिश ने हर किसी को यह कहने पर मजबूर कर दिया कि अब बारिश रुक जाए। इसके पूर्व मंगलवार की शाम हुई जमकर बारिश के दौरान ठनका गिरने से पांच लोगों की मौत और आठ लोगों के घायल होने की सूचना से लोगों में काफी भय था। बुधवार को हुई बारिश के दौरान हर कोई सतर्क था। लेकिन बुधवार को बारिश के साथ बिजली गिरने की बात सामने नहीं आई, लेकिन भभुआ नगर पूरी तरह जलमग्न हो गया। नगर परिषद द्वारा बरसात पूर्व जिस नाला की सफाई कराई गई वह भी पानी निकासी में काम नहीं आया। बारिश के दौरान जितने लोग अपनी बाइक सड़क के किनारे खड़ा कर कहीं छिपे थे उनकी बाइक का आधा हिस्सा पूरी तरह डूब गया। सभी दुकानों के चारों तरफ पानी जमा हो गया। नगर की सब्जी मंडी में सड़क पर दुकान लगाए लोग अपनी सब्जी को बचाने में लगे रहे। लेकिन बरसात के पानी के साथ-साथ नालियों का पानी भी ओवरफ्लो कर रहा था। इससे सड़क पर जलजमाव का स्तर कम नहीं हो रहा था। नगर के सरकारी कार्यालयों सहित कचहरी परिसर में जलजमाव हो गया। इसके चलते कर्मियों व अधिवक्ताओं को काफी परेशानी हुई। नदियों के जलस्तर में वृद्धि

जिले में लगातार दो दिनों बारिश से जिले की नदियों ने भी अब रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। जिसमें कि सबसे अधिक रौद्र रूप दिखाने का काम सुअरा व कुकुरनहियां कर रही है। पहाड़ों में बारिश के बाद नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो गई है। वहीं आम लोगों से अपील भी की गई है कि वो नदियों के आसपास न जाए। जबकि बारिश में पहाड़ी क्षेत्रों से वन के जीव जंतुओं के पानी से बह कर आने का भी डर रहता है। मौसम में आई नमी-

मंगलवार की शाम व बुधवार की दोपहर में हुई मूसलाधार बारिश से जिले के मौसम में काफी नमी आ गई है। जिले का मौसम काफी खुशनुमा हो गया है। पितृपक्ष शुरू होने के बाद तेज धूप से गर्मी काफी बढ़ गई थी। बिजली नहीं रहने पर लोग गर्मी से परेशान हो रहे थे। रात के समय बिजली कट जा रही थी तो लोग पूरी रात छत पर जाग कर बीता रहे थे। वहीं तेज धूप के चलते खेतों में लगा पानी भी सूखने लगा था। इसके चलते किसानों की चिता भी बढ़ गई थी। लेकिन बारिश ने किसानों की चिता हीं नहीं दूर कि बल्कि आमलोगों को भी गर्मी से राहत दी है।


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