मूलभूत सुविधाओं से वंचित है चैनपुर का जिगना गांव
कैमूर। चैनपुर प्रखंड क्षेत्र रामगढ़ पंचायत अंतर्गत जिगना गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। यहां सिर
कैमूर। चैनपुर प्रखंड क्षेत्र रामगढ़ पंचायत अंतर्गत जिगना गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। यहां सिर्फ अनुसूचित जाति के लोग ही रहते हैं। दुर्भाग्य की बात यह है कि आजादी के इतने वर्षो बाद भी इस गांव में एक भी विकास का कार्य आज तक नहीं कराया गया है। इस गांव में ना ही पीने के पानी के लिए एक भी हैंडपंप है ना ही विद्यालय, ना ही आंगनबाड़ी केंद्र और ना ही इस गांव में आज तक विद्युतीकरण हीं किया गया है। आज भी सभी सुविधाओं से वंचित हैं। गर्मी शुरू होने के पहले तक पहाड़ की तलहटी के आस-पास स्थित तालाब, मौसमी नदी एवं छलका के गंदे पानी से ही यहां के लोग प्यास बुझाते थे। इसी पानी का खाना बनाने के लिए उपयोग में लाया जा रहा था। मगर मार्च के दूसरे सप्ताह से ही पानी के सारे स्त्रोत सूख जाने के कारण इन लोगों को दस किलोमीटर दूर अन्य गांव से पानी लाकर अपनी प्यास बुझानी पड़ रही थी। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं संबंधित पदाधिकारी को समस्याओं से अवगत कराया गया। पदाधिकारियों के द्वारा कार्य भी कराया गया। ग्रामीणों ने बताया कि यह टोला ग्राम जिगनी में पड़ता है और जो भी विकास कार्य करवाया जाता है वह ग्राम जिगनी तक ही सीमित रह जाता है। जिगना टोला गांव से कुछ दूरी पर और ऊंचे स्थान पर है। जो भी सुविधा हम लोग फरियाद कर पदाधिकारियों से मांगते रहे हैं। वह सारी सुविधा गांव में पूर्ति करवा दी जाती है सिर्फ इस टोला के नाम पर और हम लोग सभी सुविधाओं से वंचित रहते हैं। जबकि इस अन्याय के विरुद्ध हम लोग कई बार पदाधिकारी के सामने गुहार भी लगाए। हम लोगों की समस्या को देख जिला परिषद सदस्य के द्वारा जिला में आए जिला पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी से समस्या को अवगत कराया। समस्याओं को सुनकर जिलाधिकारी ने तत्काल मूलभूत सुविधा मुहैया कराने को निर्देश दिया। डीएम के निर्देश पर पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता ने पानी टैंकर एवं अपनी पूरी टीम के साथ पहाड़ी के दुर्गम रास्ते से होते हुए शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का कार्य किया। यहां बता दें कि वर्षों से उपेक्षित एवं सभी सुविधाओं से वंचित ग्राम जिगना टोला में जब पानी का टैंकर पहुंचा तो ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई।