सब्जी की महंगाई ने बिगाड़ा लोगों का बजट
कुछ दिनों तक लोग बारिश से परेशान रहे। जिसमें उनके द्वारा लगाई गई सब्जी नष्ट हो गई। उसके बाद लोग बाजार की ओर आए तो वहां भी सब्जी की कीमतों में मानों आग लगी हो।
कुछ दिनों तक लोग बारिश से परेशान रहे। जिसमें उनके द्वारा लगाई गई सब्जी नष्ट हो गई। उसके बाद लोग बाजार की ओर आए तो वहां भी सब्जी की कीमतों में मानों आग लगी हो। बाजार में कोई भी सब्जी 50 रुपये प्रति किलो से कम नहीं मिल रहा है। इसका असर सीधे आम आदमी के जेब पर पड़ रहा है। सब्जियों की महंगी कीमत ने लोगों को अब रुलाने का काम करने लगा है। महंगी सब्जी होने के कारण अब किलो की जगह आधा किलो व एक पाव पर आ गए हैं। अभी हाल के कुछ दिनों में जहां टमाटर 30 रुपये किलो बिक रहे थे वो अब सीधे 80 रुपये के आसपास में दाम छूने लगे है। जहां लोग एक किलो टमाटर की जगह सीधे एक पाव लेने लगे है। वहीं कुछ लोग सब्जी के नाम पर मात्र आलू लेकर ही काम चला रहे है। वहीं लोगों का कहना है कि अगर ऐसे में सब्जियों की कीमत में कमी नहीं आई तो आम आदमी के जेब पर काफी असर पड़ेगा। लोग सब्जी नहीं खरीद पाएंगे। हालांकि गांवों में तो अब लोग चना, सोयाबीन, आदि वैक्लपिक चीजों का इस्तेमाल करने लग है। वहीं इस संबंध में दुकानदारों का कहना है कि बाहर से ही सब्जियों की कीमत बढ़ गई है। इस लिए सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी हुई है। शायद बाढ़ को लेकर ऐसा हुआ है। अभी एक महीना तक ऐसा ही कीमत रहने का अनुमान है। लोकल में सब्जियां बाजार में आने के बाद कीमतों में गिरावट हो सकती है।
सब्जियों की कीमत पर एक नजर-
सब्जी रुपये प्रति किलो
शिमला मिर्च- 120
टमाटर - 80
प्याज- 60
बैगन- 50
बोदी- 50
पत्ता गोभी- 50
भिड़ी- 48
परवल- 55
सुरन- 60
खीरा- 60
लौकी- 40
करैला- 54
कोहड़ी- 50