जीटी रोड पर पिकअप पलटने से दो दर्जन लोग घायल
जीटी रोड पर दौड़ने वाले बालू लदे ओवरलोड ट्रकों के कारण छोटे वाहनों की शामत है।
जीटी रोड पर दौड़ने वाले बालू लदे ओवरलोड ट्रकों के कारण छोटे वाहनों की शामत है। इसके कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। स्थानीय थाना क्षेत्र के बरेज गांव के समीप जीटी रोड पर गुरुवार को यात्रियों से भरी पिकअप के पलट जाने से दो दर्जन यात्री घायल हो गए। हादसे के बाद आसपास के लोगों ने सभी घायलों को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल मोहनियां पहुंचाया। घायलों में महिलाओं की संख्या 16 है। जिसमें तीन लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। उन्हें बेहतर इलाज के लिए वाराणसी रेफर किया गया है। वहीं अन्य घायलों का अनुमंडल अस्पताल में इलाज चल रहा है। हादसे की सूचना पर मोहनियां के विधायक निरंजन राम व पूर्व जिला पार्षद गीता पासी अस्पताल पहुंचे। घायलों से घटना की जानकारी ली। घायलों ने चिकित्सकों द्वारा इलाज में कोताही बरतने का आरोप लगाया। जिस पर नाराजगी भी जताई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिकअप सवारी गाड़ी स्थानीय थाना क्षेत्र के भिट्टी गांव से यात्रियों को लेकर मोहनियां आ रही थी। तभी बरेज गांव के समीप पीछे से तेज गति से आ रहे एक ओवर लोडेड ट्रक को साइड देने के चक्कर में चालक ने संतुलन खो दिया। जिससे सवारी गाड़ी जीटी रोड पर पलट गई। उसमें सवार दो दर्जन लोग घायल हुए। जिसमें सरयां निवासी महेंद्र ¨सह की पत्नी मुआ देवी( 30), बंसरोपन की पत्नी फूलमती देवी (32), तापस ¨सह की पत्नी पूना ¨सह (23)महेंद्र यादव की पुत्री बबली कुमारी (18), बंशनारायण ¨सह की पत्नी इंद्रावती देवी (30), भिट्टी गांव निवासी राधा ¨सह की पत्नी धनजीरा देवी(52), दशरथ कुमार की पत्नी नीमा देवी (28), भृगुनाथ ¨सह की पत्नी गंगेतरा देवी (40), देवरिया निवासी दयाशंकर ¨सह की पत्नी मंजू देवी (35), उमाशंकर ¨सह की पत्नी कांति देवी (30), धनदौर यादव की पत्नी कुसुम देवी (21), केवढी निवासी अर¨वद ¨सह की पुत्री प्रीती कुमारी (10), उनकी पत्नी सावित्री देवी (32), सुनील ¨सह की पत्नी लखपति देवी (25), सरदार ¨सह की पत्नी संगीता देवी (22), मुसाफिर ¨सह (60), हरिद्वार ¨सह (57), ममरेजपुर निवासी वशिष्ट ¨सह (65),बसंत ¨सह के पुत्र सत्येंद्र नारायण ¨सह(6), व अमेठ ग्राम निवासी वीरेंद्र ¨सह की पत्नी ¨रकू देवी (30) इत्यादि का नाम शामिल ैि। घायलों में मुआ देव, कांति देवी, व इंद्रावती देवी की हालत गंभीर थी। जिन्हें चिकित्सकों ने प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए वाराणसी रेफर कर दिया। घायलों को अनुमंडल अस्पताल में इलाज के दौरान काफी परेशानी हुई। इसे लेकर परिजनों ने नाराजगी जताई। उनका कहना था कि अस्पताल में घायलों के लिए स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं था। पूर्व जिला पार्षद गीता पासी ने जब नाराजगी जताई तो अस्पताल कर्मियों द्वारा घायलों को वाहनों से उतारकर वार्ड में ले जाने के लिए स्ट्रेचर उपलब्ध कराया गया। वहीं पर्ची पर लिखी दवाएं भी नहीं मिल रही थीं। एक्सरे रिपोर्ट देखने वाला कोई नहीं था।