जीटी रोड पर 25 दिनों से लग रहा जाम, सड़क पार करना बना जानलेवा
थोड़ी सी भी जगह मिलने पर तेजी से भागने की चक्कर में ट्रकों से दुर्घटना की आशंका - अपने काम को करने की बजाए जाम हटवा रही पुलिस संवाद सूत्र कुदरा बिहार को यूपी से जोड़ने वाले एनएच दो जीटी रोड का कर्मानाशा नदी पुल टूटने के 25 दिन बाद भी सड़क जाम का सिलसि
बिहार को यूपी से जोड़ने वाले एनएच दो जीटी रोड का कर्मानाशा नदी पुल टूटने के 25 दिन बाद भी सड़क जाम का सिलसिला खत्म नहीं हो सका है। कुदरा थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थिति इतनी खराब हो गई है कि जाम में सड़क पार करना जानलेवा बन गया है। आगे बढ़ने के लिए बेताब पहियों के नीचे दबकर कब किसकी जान चली जाए यह आशंका हमेशा बनी रहती है। यहां एनएच के सारे लेन जाम चल रहे हैं। सभी लेनों पर ट्रकों, ट्रेलरों व अन्य वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं, जिनमें बड़ी तादाद अवैध बालू लदे ट्रकों की है। ओवरलोड व भीगा हुआ बालू ढो रहे वे ट्रक परिवहन विभाग ही नहीं खनन विभाग के कानून की भी धज्जियां उड़ा रहे हैं। फिर भी प्रशासन को इसकी परवाह नहीं है। अवैध बालू ढो रहे ट्रकों की वजह से जाम की समस्या और गंभीर बन जा रही है। ओवरलोड व पानी टपकता बालू ढो रहे ट्रकों के बिगड़ने की आशंका अधिक रहती है। साथ ही उनकी वजह से सड़क भी और अधिक बर्बाद होते जा रही है। नदी पुल टूटने का एक महत्वपूर्ण कारण भी ओवरलोड बालू लदे ट्रकों का परिचालन ही माना जाता है। वे ट्रक चाहे खुद बिगड़ें या उनकी वजह से सड़क बिगड़े, हर स्थिति में सड़क पर परिचालन बाधित होता है, जिसकी परिणति जाम में होती है। चींटी की चाल से खिसक रहे वाहनों की कतार में जब भी थोड़ी जगह बनती है, वाहन तेजी से भागने की कोशिश करते हैं। ऐसी स्थिति में थाना क्षेत्र अंतर्गत सड़क पार करना खतरों से खेलने के बराबर हो गया है। खासतौर पर रिहायशी बस्तियों के निवासियों को अपने काम से राजमार्ग के इस पार से उस पार जाना होता है। उनके लिए सड़क जाम जानलेवा साबित हो रहा है। जाम में फंसे वाहन चालक बताते हैं कि रोहतास जिला अंतर्गत सासाराम टोल प्लाजा से भी कुछ किलोमीटर पूरब से ही सड़क जाम का सिलसिला शुरू है, जिसकी स्थिति कुदरा नदी के खुर्माबाद पुल से कैमूर जिले में आगे बढ़ने पर काफी गंभीर हो जा रही है। कुदरा थानाध्यक्ष रणवीर कुमार बताते हैं कि खुद उनका अधिकांश समय पुलिस के सामान्य कार्य की जगह खुर्माबाद पुल के पास जाम हटाने में व्यतीत हो रहा है। सड़क जाम की वजह से हरी सब्जियों जैसी दैनिक जरूरत की चीजों की आपूर्ति ठीक से नहीं हो पा रही है। जिसके चलते स्थानीय बाजारों में उनकी महंगाई कम नहीं हो पा रही है।