अनुमंडल पदाधिकारी ने सदर अस्पताल का किया औचक निरीक्षण
निरीक्षण में चिकित्सक व कर्मी मिले उपस्थित - जांच के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी को सीएस ने कई समस्याओं से कराया अवगत जागरण संवाददाता भभुआ अनुमंडल पदाधिकारी भभुआ जन्मेजय शुक्ला ने जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी के निर्देश पर
अनुमंडल पदाधिकारी भभुआ जन्मेजय शुक्ला ने जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के निर्देश पर शुक्रवार की रात सदर अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली जानकारी मरीजों के पास जाकर प्राप्त की। इस दौरान सिविल सर्जन सदर अस्पताल के उपाधीक्षक के अलावा अन्य कर्मी मौजूद थे। निरीक्षण के क्रम में सबसे पहले एसडीएम ने जनरल वार्ड में पहुंचकर भर्ती मरीजों से मिलने वाले भोजन और नाश्ता के बारे में पूछा। इस पर महिला वार्ड में भर्ती मरीज कबार निवासी आरती कुमारी ने बताया कि सदर अस्पताल में मरीजों को समय पर भोजन नाश्ता उपलब्ध कराया जाता है। इसके अलावा बिजली कट जाने पर जनरेटर की सुविधा से लोगों को पंखे चलाकर बिजली की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है और डॉक्टरों के विजिट के संबंध में पूछे जाने पर भी मरीजों ने बताया की ड्यूटी पर तैनात रहने वाले चिकित्सक मरीजों को दो बार नियमित रूप से देखकर उनकी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्राप्त करते हैं। वहीं पहाड़ी प्रखंड अधौरा से इलाज कराने आए मरीज ने बताया कि मेरे पैर में चोट लगी है। सदर अस्पताल में नियमित रूप से बेहतर चिकित्सा व्यवस्था की जा रही है। साथ ही सदर अस्पताल में मिलने वाली सारी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। एसडीएम ने जांच के क्रम में महिला वार्ड में पहुंच कर प्रसव कक्ष की भी जांच पड़ताल की। जहां पर उपस्थित चिकित्सकों या ड्यूटी पर तैनात सभी एएनएम व अन्य कर्मी मौजूद मिले। महिला मरीजों द्वारा बताया गया कि प्रसव कक्ष में लाइट की पूरी व्यवस्था है। पर्याप्त पंखा लगे हैं। उसके बावजूद भी यहां पर गर्मी अधिक है। उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी से प्रसव कक्ष में कूलर व एसी लगवाए जाने की मांग की। इसके बाद बच्चों के वार्ड की भी एसडीएम द्वारा जांच की गई। जिसमें पाया गया कि कुल 18 बच्चे वार्ड में भर्ती हैं। इसमें से कई बच्चे नहीं दिखाई पड़े। इस पर पूछे जाने पर तैनात कर्मियों द्वारा बताया गया कि बच्चे अपनी मां के पास स्तनपान करने के लिए गए हैं। निरीक्षण के दौरान सीएस द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी को अवगत कराया गया कि इस सदर अस्पताल में बरसात के पानी की निकासी के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। पानी की निकासी के लिए बनाई गई नालियां नीचे होने के कारण बरसात का सारा पानी कैंपस में ही भर जाता है। जिससे मरीजों सहित चिकित्सकों को भी आने जाने में परेशानी होती है। इसके अलावा उन्होंने सदर अस्पताल के ओपीडी व जनरल वार्ड के पास बंद पड़े चापाकलों के बारे में भी अवगत कराया। उन्होंने कहा कि चापाकल की मरम्मत होने से मरीजों के साथ साथ उनके साथ आने वाले लोगों को भी पेयजल की सुविधा से नहीं परेशान होना पड़ेगा। सदर अस्पताल की बेहतर साफ-सफाई से अनुमंडल पदाधिकारी संतुष्ट दिखे। सिविल सर्जन द्वारा अनुमंडल पदाधिकारियों को अवगत कराया गया कि अभी नवनिर्मित पोस्टमार्टम हाउस को हैंडओवर नहीं किया गया है। जिसके चलते पोस्टमार्टम हाउस में आधुनिक संसाधनों का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। इससे डॉक्टरों को भी भारी असुविधा हो रही है। सदर अस्पताल में खराब पड़ी लाइट की मरम्मत के लिए नगर परिषद को निर्देशित करने के संबंध में भी अवगत कराया गया। ऑपरेशन कक्ष में सभी चिकित्सक मौजूद पाए गए। अनुमंडल पदाधिकारी के औचक निरीक्षण के क्रम में सिविल सर्जन डॉ अरुण कुमार तिवारी, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह, रोगी कल्याण समिति सदस्य सह समाजसेवी बिरजू सिंह पटेल मौजूद थे ।