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तालाब में गिरने से पुत्र की डूबने से हुई मौत, बाल-बाल बच गए पिता

गुरुवार को जिले के सोनहन थाना क्षेत्र के मोहनडड़वां गांव में स्थित पैर फिसलने से तालाब में गिरकर डूबने से पुत्र की मौत हो गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Sep 2019 12:09 AM (IST)Updated: Fri, 27 Sep 2019 12:09 AM (IST)
तालाब में गिरने से पुत्र की डूबने से हुई मौत, बाल-बाल बच गए पिता
तालाब में गिरने से पुत्र की डूबने से हुई मौत, बाल-बाल बच गए पिता

गुरुवार को जिले के सोनहन थाना क्षेत्र के मोहनडड़वां गांव में स्थित पैर फिसलने से तालाब में गिरकर डूबने से पुत्र की मौत हो गई। जबकि उसे बचाने के लिए तालाब में कूदे पिता बाल-बाल बच गए। घटना की जानकारी होने पर जुटे लोगों ने युवक के शव को तालाब से बाहर निकाला। घटना की सूचना पर पहुंची सोनहन थाना की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भभुआ भेज दिया। मृतक रामपुर प्रखंड के कुकुढ़ा गांव निवार बुद्धराम राम का पुत्र रामकरण राम बताया जाता है। एक युवक की मौत हो गई। युवक को तालाब में डूबता देख उसका पिता भी उसे बचाने के लिए तालाब में कूद गया। तालाब गहरा होने के कारण पिता-पुत्र दोनों डूबने लगे। लेकिन किसी तरह पिता घास व झाड़ी पकड़ कर बाहर निकल गया। लेकिन वह अपने पुत्र को नहीं बचा सका।

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मिली जानकारी अनुसार, बुद्धराम राम ने सोनहन थाना क्षेत्र के मोहनडडवां गांव के बधार में मालगुजारी पर जमीन खेती के लिए लिया था। जिसमें खाद डालने के लिए वह अपने के साथ गया था। खाद डाल कर लौट रहे थे। इसी दौरान उक्त गांव के शंभु पांडेय के निजी तालाब में खाद का बोरा धोने के लिए रामकरण राम गया और बोरा धोने के दौरान अचानक उसका पैर फिसल गया। जिससे वह तालाब में डूबने लगा। उसे बचाने के लिए उसके पिता भी तालाब में कूद गए। गहराई ज्यादा होने के कारण वह भी डूबने लगे। किसी तरह घास-फूंस पकड़ कर वह अपनी जान बचा कर बाहर निकले। बाहर निकल कर उन्होंने शोर मचाया तो जुटे गांव के लोगों ने तालाब में कूद कर उसके पुत्र को बाहर निकाला। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। गांव में पसरा मातम

घटना की जानकारी होते ही गांव में मातम पसर गया। ग्रामीण सहित परिजन भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। इधर, मृतक की मां व पत्नी को रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक सबसे छोटा था। उसका बड़ा भाई अलग रहता था। रामकरण राम के ऊपर ही माता-पिता व पत्नी सहित अपने पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। मजदूरी कर वह परिवार का खर्च चलाता था। रामकरण राम की तीन पुत्री व एक पुत्र है। जिसमें सपना कुमारी तीन वर्ष, अंकित कुमार दो वर्ष, काजल कुमारी एक वर्ष, सावित्री कुमारी 6 माह है। चारों पुत्र-पुत्री के ऊपर से पिता का साया उठ गया।

क्या कहते हैं सीओ -घटना की जानकारी होते ही जांच-पड़ताल करने के लिए राजस्व कर्मचारी को भेज दिया गया। मृतक के परिजनों से आवेदन लेकर मुआवजा के लिए अभिलेख खोलकर उच्च अधिकारियों के पास भेज दी जाएगी एवं आपदा के प्रावधानों के अंतर्गत मृतक के परिजनों को सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।

- भरत भूषण सिंह, सीओ, रामपुर


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