पांच दिनो वज्रपात से जिले में छह लोगों की हुई मौत
पेज तीन- - बारिश के दौरान वज्रपात को लेकर लोगों में दिख रहा भय संवाद सूत्र चैनपुर जिले में इन दिनों मौसम का मिजाज काफी बदला हुआ है। प्रत्येक दिन बारिश के साथ वज्रपात की घटना सामने आ रही है। बीते 17 सितंबर यानी विश्वकर्मा पूजा के दिन से ही बारिश और वज्रपात की शुरुआत हुई है। जो
जिले में इन दिनों मौसम का मिजाज काफी बदला हुआ है। प्रत्येक दिन बारिश के साथ वज्रपात की घटना सामने आ रही है। बीते 17 सितंबर यानी विश्वकर्मा पूजा के दिन से ही बारिश और वज्रपात की शुरुआत हुई है। जो प्रतिदिन जारी है। 17 से 21 सितंबर के बीच वज्रपात से जिले में छह लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा एक दर्जन लोग घायल हुए हैं। जिनका इलाज सदर अस्पताल में कराया गया है। लगातार जिले में घट रही वज्रपात से मौत की घटना को लेकर लोगों में भय देखा जा रहा है। बारिश शुरू होने के बाद लोग किसी सुरक्षित स्थान पर छिपने की कोशिश कर रहे हैं। इस दौरान लोग पेड़ के नीचे नहीं छिपने को लेकर सतर्क दिख रहे हैं। गौरतलब हो कि शनिवार को चैनपुर थाना क्षेत्र के पहाड़ी पर बसे झरिया व डीहां गांव में बारिश के दौरान वज्रपात से दो महिलाओं की मौत हो गई। मृतका झरिया गांव के गुल्लू सेवरी की पत्नी सुभावती व डीहां गांव निवासी भवन बिद की पत्नी कृष्णावती बताई जाती हैं। घटना के बाद परिजन शव को लेकर चैनपुर थाना पहुंचे। जहां से दोनों के शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए पुलिस ने भभुआ सदर अस्पताल भेज दिया। इसके पूर्व बीते 17 सितंबर की शाम जिले में हुई मूसलाधार बारिश के दौरान वज्रपात से कुल चार लोगों की मौत हुई थी। इसके अलावा कुल आठ लोग घायल भी हुए थे। मृतकों में सोनहन थाना क्षेत्र के पंचगांवा गांव निवासी वासगीत राम के पुत्र मुखिया राम, सोनहन थाना क्षेत्र के अमाढ़ी गांव निवासी रंगनाथ पांडेय के पुत्र सच्चिदानंद पांडेय, चैनपुर थाना क्षेत्र के चिताढ़ी गांव निवासी विश्वनाथ राम का पुत्र राजवंश राम व चांद थाना क्षेत्र के बहेरियां गांव निवासी शिवदीहल बिद के पुत्र पारस बिद शामिल थे। 18 अगस्त को वज्रपात से बेलांव थाना क्षेत्र के पुनांव गांव के सिवाना में काम कर रही तीन महिलाएं जख्मी हुई थीं।