प्रदूषण प्रमाणपत्र बनवाने को उमड़ी लोगों की भीड़
एक सितंबर से नए मोटर अधिनियम के लागू होते ही अर्थदंड की राशि बढ़ाए जाने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
एक सितंबर से नए मोटर अधिनियम के लागू होते ही अर्थदंड की राशि बढ़ाए जाने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भारी अर्थदंड से बचने के लिए वाहनों के संबंधित कागजातों को पूरा करने के लिए वाहन स्वामी ड्राइविग लाइेंसस, प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कार्यालय व केंद्रों पर काफी संख्या में दिखाई पड़ रहे हैं। सबसे बुरी हालत वाहनों के प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र लेने को लेकर है। परिवहन विभाग द्वारा नगर में स्थित एक पेट्रोल पंप पर प्रदूषण जांच केंद्र बनाया गया है। जहां पर छोटे व बड़े वाहनों के वाहन स्वामी आनलाइन आवेदन कर प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र लेने के लिए अहले सुबह से लेकर देर रात तक रूके रह रहे हैं। कई लोगों ने पूछे जाने पर बताया कि तीन दिनों से लगातार प्रदूषण प्रमाण पत्र लेने के लिए केंद्र पर आ रहे हैं। लेकिन सर्वर की खराबी की बात बता कर केंद्र के कर्मी द्वारा प्रमाण पत्र देने में असमर्थता जताई जा रही है। शनिवार को बेलांव के मनोज कुमार तिवारी, रियाउद्दीन अंसारी व बेलांव के ही विध्याचल दुबे ने बताया कि हमलोगों ने तीन-चार दिन पूर्व प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र लेने के लिए आनलाइन आवेदन किया था। लेकिन तीन दिनों से लगातार जांच केंद्र पर आने के बावजूद भी अभी तक प्रमाण पत्र नहीं मिल सका है। इस संबंध में पूछे जाने पर प्रदूषण जांच केंद्र पर कार्यरत आपरेटर नीरज कुमार ने बताया कि लगभग 90 आनलाइन आवदेन प्राप्त हैं। लेकिन सर्वर की अव्यवस्था के कारण प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र समय पर उपलब्ध कराने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने बताया कि लोगों को प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र देने के लिए दिन रात लगातार कार्य किया जा रहा है। क्या कहते हैं डीटीओ - जिले में शीघ्र ही अन्य प्रदूषण जांच केंद्र कार्य करना शुरू कर देंगे। जिससे लोगों को प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र लेने में कोई समस्या नहीं होगी।
- राम बाबू, डीटीओ प्रदूषण जांच के लिए तय राशि -
दो पहिया वाहन - 80 रुपया
तीन पहिया वाहन - सौ रुपया
कार, मिनी बस - 200 रुपया
ट्रक, बस, भारी वाहन - 500 रुपया