खतरनाक बनते जा रही नगर की मुख्य सड़कें
जिला मुख्यालय भभुआ नगर में विकास के कार्य रख-रखाव व मरम्मत के अभाव में खराब होते जा रहे है।
जिला मुख्यालय भभुआ नगर में विकास के कार्य रख-रखाव व मरम्मत के अभाव में खराब होते जा रहे है। प्रशासनिक पदाधिकारियों व विभाग की उदासीनता से कुछ विकास के कार्य तो धरातल पर उतरने से पहले से फ्लॉप हो जा रहे हैं और जो विकास कार्य पूरे हो भी जा रहे हैं तो वे कुछ दिनों के बाद मरम्मत के अभाव में बर्बाद होते जा रहे हैं। जिसका खामियाजा आमलोगों के साथ-साथ पदाधिकारियों को भी भुगतना पड़ रहा है, लेकिन उनका ध्यान नहीं जा रहा है।
कुछ इसी तरह की स्थिति इन दिनों भभुआ नगर की मुख्य सड़कों को हो गई है। कहने को तो भभुआ नगर के चारों तरफ पक्की सड़क है। लेकिन हकीकत कुछ और ही है। कुछ जगहों की सड़कों की हालत तो कच्ची सड़क से भी बदतर है। इसमें भभुआ नगर के जय प्रकाश चौक से लेकर सुअरा नदी तक की सड़क तो इतनी खराब हो गई है कि इस रास्ते से आने-जाने वाले वाहनों की गति एकदम कम होती है। इसके चलते मात्र डेढ़ किमी की सड़क को पार करने में 30 मिनट का समय लग जाता है। डेढ़ किमी की दूरी में लगभग एक दर्जन गड्ढे हैं। यह गड्ढे छोटे नहीं बल्कि इतने बड़े हैं कि उसमें से बड़े ट्रक को निकालने में कुछ वक्त लग ही जाता है। ऐसे में उनके पीछे वाले वाहन भी खड़ा रहते हैं। ऐसे में इस रास्ते में लंबा जाम लग जात है। इसी रास्ते से वरीय पदाधिकारी चांद और चैनपुर के अलावा अन्य गांवों में दौरा करने के लिए जाते हैं। वरीय पदाधिकारियों के वाहन के आने-जाने के समय हूटर का प्रयोग होता है, इसके चलते रास्ता खाली मिल जाता है। जो वाहन जाम में खड़ा रहते हैं पुलिस जवान उन्हें एक साइड में कर किसी तरह पदाधिकारियों के वाहन को निकाल देते हैं। लेकिन आम जनता के दुख दर्द को पदाधिकारी नहीं समझते। ऐसे में जाम की स्थिति घंटों बनी रहती है। इसके अलावा भी भभुआ नगर की लगभग सभी तरफ की सड़कें टूट रही हैं। सड़कों की गिट्टी उखड़ कर बिखर रही है। इससे आए दिन गिर कर कोई न कोई बाइक चालक घायल हो रहा है।