सड़क के कटाव से आवागमन बाधित
बारिश के पानी के दबाव के चलते कुदरा प्रखंड के कई गांवों में जाने वाली सड़कों का कटाव होने से आवागमन बाधित हो गया है।
बारिश के पानी के दबाव के चलते कुदरा प्रखंड के कई गांवों में जाने वाली सड़कों का कटाव होने से आवागमन बाधित हो गया है। जबकि कुछ अन्य सड़कों में आवागमन बाधित होने के कगार पर है। ग्रामीणों द्वारा ध्यान दिलाए जाने के बावजूद संबंधित विभाग बेपरवाह बना हुआ है। प्रखंड अंतर्गत एनएच दो से बहेरा गांव की ओर जाने वाली सड़क को कुछ ग्रामीणों ने ही काट डाला है। बताया जाता है कि भीषण बारिश के चलते जमा हुए पानी को निकालने के लिए ऐसा किया गया। इसके चलते सड़क पर चारपहिया गाड़ियों का आवागमन ठप हो गया है। जिससे बहेरा, गजिरहा आदि गांवों के ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है।
सोमवार को ग्रामीणों ने मोटरसाइकिल व साइकिल ले जाने के लिए ईंट पर ईंट रखकर पतला सा रास्ता बनाया है। इससे किसी तरह पैदल अथवा दो पहिया वाहन से चलने वाले लोग आ जा पा रहे हैं। लेकिन परेशानी बरकरार है। उधर कुदरा भभुआ पथ से कझार घाट होते हुए चौरासी आरडी तक जाने वाली सड़क पर भी आवागमन बाधित हो चला है। सड़क में कझार घाट के पास पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है। कटाव के चलते उसके अंदर की जमीन खोखली हो गई है। जिसके चलते दुर्घटना भी घट सकती है। आसपास में सड़क के किनारे मिट्टी का इतना अधिक कटाव हो गया है कि सड़क धंसने का खतरा मंडराने लगा है। कदईं गांव के निवासी कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष उपेंद्र प्रताप सिंह बताते हैं कि पुलिया व सड़क के क्षतिग्रस्त होने के चलते रास्ते से होकर भारी वाहनों का आवागमन असंभव हो गया है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को जानकारी दिए जाने के बावजूद उनके द्वारा उदासीनता बरती जा रही है। प्रखंड की ससना पंचायत के मतबरपुर गांव के पास भी सड़क के किनारे की मिट्टी महीनों पहले से कटी हुई है। जिसके चलते सड़क के धंसने का खतरा मंडरा रहा है। मुखिया प्रतिनिधि गफरून अंसारी बताते हैं कि बार-बार ध्यान दिलाए जाने के बावजूद संबंधित विभाग बेखबर बना हुआ है।