पुसौली में उपद्रव के बाद दंगा नियंत्रण बल तैनात, छापेमारी
थाना क्षेत्र के पुसौली में मारपीट व पथराव के बाद दंगा नियंत्रण बल को तैनात किया गया है। दंगा नियंत्रण बल के करीब दर्जनभर जवान वहां पर शनिवार को मुस्तैद देखे गए।
थाना क्षेत्र के पुसौली में मारपीट व पथराव के बाद दंगा नियंत्रण बल को तैनात किया गया है। दंगा नियंत्रण बल के करीब दर्जनभर जवान वहां पर शनिवार को मुस्तैद देखे गए।
इससे पहले शुक्रवार की रात को पुसौली के फकराबाद रोड में मारपीट के बाद जमकर ईंट पत्थर चले थे। जिसके बाद पुलिस को जिले के विभिन्न थानों से अतिरिक्त पुलिस बल के अलावा दंगा नियंत्रण बल व वाहन को भी बुलाना पड़ा था। मारपीट व पथराव में ग्रामीण व पुलिसकर्मियों समेत करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे। उपद्रव को नियंत्रित करने में जुटे कुदरा थाना के सब इंस्पेक्टर उदय भानु सिंह को भी पथराव में चोट आई। पथराव में घायल हुए पुलिसकर्मियों में चौकीदार प्रदीप कुमार (घटांव) और होमगार्ड के जवान सत्यनारायण सिंह (मेउड़ा) व नागेंद्र सिंह (सिमरिया, थाना सोनहन) शामिल हैं। सभी का इलाज कुदरा पीएचसी में किया गया। मारपीट में फकराबाद गांव के निवासी जंगी पासवान नामक ग्रामीण गंभीर रूप से जख्मी हो गए। जिन्हें कुदरा पीएचसी में प्राथमिक उपचार के पश्चात बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया।
मारपीट व उपद्रव की इस घटना को दो दिन पहले पुसौली में मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन जुलूस के दौरान दो पूजा कमेटियों के बीच की मारपीट से जोड़कर देखा जा रहा है। वहां उस समय भी अतिरिक्त पुलिस बल मंगाना पड़ा था। हालांकि पुलिस ने घटना के पीछे दोनों पक्षों के उपद्रवी तत्वों का हाथ बताया है। शराब के धंधा से भी घटना के तार जुड़े हुए बताए जा रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को अशांति की शुरुआत तब हुई जब देर शाम घटांव गांव के निवासी धर्मेंद्र साह नामक युवक को विरोधी पक्ष के युवक ने पीट दिया। इसके प्रतिशोध में उपद्रवियों ने फकराबाद के जंगी पासवान नामक ग्रामीण के साथ मारपीट कर उन्हें गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। थानाध्यक्ष रणवीर कुमार ने बताया कि पुलिस द्वारा विवाद में शामिल लोगों को समझाए जाने के बाद भी पुलिस की बात नहीं सुनी गई। इसके विपरीत पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया गया। बताया जाता है कि पुसौली के फकराबाद रोड में इतना अधिक ईंट पत्थर चलाया गया कि पुलिस को पीछे हटकर भारी संख्या में अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा।
मिली जानकारी के मुताबिक स्थिति को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न थानों से करीब सौ की संख्या में पुलिसकर्मियों को शुक्रवार की रात पुसौली में बुलाया गया था। उसके बाद उपद्रवियों की तलाश में पुलिस की रात भर छापेमारी चलती रही तथा कई लोगों को हिरासत में लिया गया।