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VIDEO : भभुआ रैली में बोले पीएम मोदी, 'लोकतंत्र में किसी की आवाज दबाना मुश्किल'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भभुआ में चुनावी रैली को संबोधित किया। रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार के चुनाव में बिहार सरकार का जाना तय है।

By Amit AlokEdited By: Published: Mon, 12 Oct 2015 12:59 PM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2015 07:57 AM (IST)
VIDEO : भभुआ रैली में बोले पीएम मोदी, 'लोकतंत्र में किसी की आवाज दबाना मुश्किल'

भभुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भभुआ में चुनावी रैली को संबोधित किया। रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार के चुनाव में बिहार सरकार का जाना तय है।

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इसके साथ ही उन्होंने महागठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि उनके चुनाव प्रचार पर रोक लगाने की कोशिश की गई लेकिन इस काम में भी ये लोग सफल नहीं होे पाए। कहा, लोकतंत्र में किसी की आवाज दबाना मुश्किल है।

PICS : भभुआ रैली में नमो ने कहा - लोकतंत्र में किसी की आवाज दबाना मुश्किल

उन्होंने कहा कि लोग उनकी सभाओं पर रोक लगाना चाहते थे। पर उन्हें पता नहीं कि मैं मजदूर आदमी हूं पैदल ही चल पड़ूंगा।

साथ ही साथ पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव आयोग से आग्रह किया जाएगा कि भभुआ में होने वाले चुनाव में पैनी नजर रखी जाए यहां से षणयंत्र की बू आ रही है।

रैली को लेकर वहां भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए वहां सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

ऐसे लोगों ने बिहार की इज्जत को मिट्टी में मिलाने का पाप किया है। इसलिए आपके पास आया हूं। इस चुनाव में आपने सबके भाषण सुने हैं कि महास्वार्थबंधन के नेताओं को और हमारे नेताओं को देखा है। आप गौर करो, कौन क्या बोलता है। तराजू में तौलकर देखो, ठीक लगे तो हमारी मदद करो। एनडीए के लोग बस एक ही बात कहते हैं, बिहार के विकास के लिए हमें वोट दो और उनके बयान देखिए, जनसभाएं देखिए, बस एक ही मुद्दा है, मोदी का विनाश करके रहेंगे। इस चुनाव में आपको तय करना है, बिहार का विकास होना चाहिए या नहीं।

जो मतदान करके आ रहे हैं उनका साक्षात्कार सुनकर आनंद आया कि अब तो बिहार को विकास चाहिए। यानी इस बार बिहार के लोग विकास पर वोट कर रहे हैं। यही बिहार के उज्वल भविष्य की निशानी है।

आपके मुख्यमंत्री २०१० में आपके पास आए थे तो पांच साल में बिजली पहुंचाने का वादा किया था। वे बोल रहे हैं अब कि ऐसा वादा ही नहीं किया था। दूसरी बात उन्होंने कही थी कि अगर बिजली नहीं दे पाया तो २०१५ में वोट मांगने नहीं आउंगा, लेकिन फिर आ गए। आपके साथ धोखा किया, उन पर भरोसा कर सकते हो।

राजनीति में जब जनता से धोखा करते हो तो जनता माफ नहीं करती है। ऐसा पाप करने वालों को इस बार मांफ करने वाली नहीं है। हम बिहार में २४ घंटे बिजली देंगे। १८ गांव देश के ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है, इनमें से ४००० गांव अकेले बिहार के हैं, जहां बिजली नहीं पहुंची है।

एक समय झारखंड, बिहार के साथ था। सोचा होता उस वक्त तो पूरे देश को बिजली दे सकते थे, झारखंड में इतना कोयला था, लेकिन अब तक की सरकारों ने ऐसा नहीं किया। भूटान में बिजली का कारखाना लगा रहा हूं, वहां पानी से बिजली तैयार करके बिहार को देना चाहता हूं।

ये सरकार बिहार को बिजली मिले उसमें इसकी रुचि नहीं है। वे चाहते हैं अंधेरा बना रहे, ताकि उनकी लालटेन से वोट मिलता रहे।

मुद्रा योजना हमने बनाकर गरीबों को बैंक तक पहुंचाया। देश के ६० फीसद गरीबों के लिए बैंक के दरवाजे खोल दिए। किसी गरीब को साहूकार तक न जाना पड़े, इसलिए मुद्रा योजना लाई। छोटे-छोटे काम करने वाले गरीबों को बैंक पैसे नहीं देती, पांच-दस हजार रुपये के लिए साहूकार के पास जाता था। मुद्रा योजना के तहत ऐसे लोगों को बैंक बुलाकर ५० रुपये तक लोन दिया जाएगा। बैंक इसके लिए गारंटी भी नहीं मागेगा। बिहार में महज दो महीनों में ही तीन लाख लोगों को पैसा दिया गया।

गरीबों को ताकतवर बनाना हमारा मकसद है। इसीलिए उनके लिए योजनाएं लेकर आया हूं।

एक लाख ६५ हजार करोड़ रुपये बिहार में आएगा तो बिहार आगे बढ़ेगा कि नहीं बढ़ेगा। रोजगार, उद्योग बढ़ेगा कि नहीं बढ़ेगा।

ये देश का नौजवान सार्थ्यवान है, बुद्धिमान है। उसे अवसर चाहिए। १५ सौ करोड़ रुपये केवल इन नौजवानों के स्किल को बढ़ाने के लिए दिया है।

बिहार में जंगलराज का सबसे बड़ा उद्योग अपहरण का चला है। यहां छोटी-छोटी खदानें हैं, लेकिन उसे लूटा जा रहा है।

पूरे देश में जो किसान सामान्य पैदावार करता है, इन लोगों ने उससे भी पीछे यहां के किसानों को कर रखा है। इतना पानी होने के बावजूद बाहर से यहां ४०० करोड़ की मछली लाई जाती है।

हिंदुस्तान में औसत प्रति हेक्टेयर ३००० किलो गेंहू की पैदावार होती है, लेकिन बिहार में २३०० हेक्टेयर ही पैदावार होती है। अगर हर किसान के खेत में ये सात सौ हेक्टेयर पैदावार पढ़ जाए तो कोई किसान गरीब रहेगा।

मने यहां पर करीब २८ सौ किलोमीटर बड़े राजमार्ग बनाने की योजना बनाई है, जिसमें ५४ हजार करोड़ रुपये लगेंगे। किसानों के लिए ३००० करोड़ रुपये दिया है। क्या इससे बिहार की सूरत नहीं ?


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