14 दिन में मात्र 74 किसानों से हुई धान की खरीदारी
कैमूर जिले में धान खरीदारी काफी धीमी गति से चल रही है। धान खरीदारी शुरू हुए 14 दिन बीत गए। लेकिन धान खरीदारी में तेजी नहीं आई है। जबकि अब किसानों का धान खलिहान में भी आने लगा है। किसान अब धान बेचने के लिए भी दौड़ रहे हैं।
संवाद सहयोगी, भभुआ : कैमूर जिले में धान खरीदारी काफी धीमी गति से चल रही है। धान खरीदारी शुरू हुए 14 दिन बीत गए। लेकिन धान खरीदारी में तेजी नहीं आई है। जबकि अब किसानों का धान खलिहान में भी आने लगा है। किसान अब धान बेचने के लिए भी दौड़ रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार 15 नवंबर से धान खरीदारी शुरू हुई है। 14 दिन बीत जाने के बाद जिले में अभी तक मात्र 74 किसानों से धान की खरीदारी हो पाई है। जबकि बाजार में व्यवसायी सक्रिय हो गए हैं।
बाजार में व्यवसायी 17 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीदारी कर रहे हैं। धान की खरीदारी करने के बाद 15 दिन के अंदर राशि उपलब्ध करा रहे हैं। जबकि पैक्स में धान बेचने पर भुगतान के लिए कागजी प्रक्रिया में काफी समय बीतने के कारण किसान धान बेचने से पीछे हट रहे हैं। इसका प्रमाण है कि व्यवसायी के गोदामों में धान के बोरे की संख्या बढ़ने लगी है। वहीं सरकारी स्तर पर कैमूर जिले में 74 किसानों से 873 एमटी धान की खरीदारी हो पाई है। जबकि कैमूर जिले में 15 नवंबर से धान की खरीदारी शुरू हो गई थी। जिला में 15 फरवरी तक 2 लाख 24 हजार एमटी धान की खरीदारी कर लेनी है।
सहकारिता विभाग धान की खरीदारी में जुटा है। हालांकि सहकारिता विभाग भुगतान को लेकर किसी प्रकार की कोई भी दिक्कत नहीं होने की बात कह रहा है। बता दें कि कैमूर जिला कृषि प्रधान है। यहां के किसान धान, गेहूं, दलहन, तिलहन आदि की खेती काफी अधिक करते हैं। किसान पूरी तरह ही खेती पर आश्रित हैं। किसानों को यह उम्मीद रहती है कि धान का उपज होने के बाद आसानी से बिक्री हो जाएगा और उन्हें भुगतान भी समय से हो जाएगा। लेकिन यहां हर साल किसानों को धान बेचने व उसका भुगतान पाने में काफी परेशानी होती है।