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जिले में किसानों से धान खरीदारी का लक्ष्य बढ़ा

जिले में धान खरीदारी अब तक शुरू नहीं हो सकी। सिस्टम में बार-बार फेरबदल होने से किसानों में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Dec 2018 10:12 PM (IST)Updated: Fri, 14 Dec 2018 10:12 PM (IST)
जिले में किसानों से धान  खरीदारी का लक्ष्य बढ़ा
जिले में किसानों से धान खरीदारी का लक्ष्य बढ़ा

जिले में धान खरीदारी अब तक शुरू नहीं हो सकी। सिस्टम में बार-बार फेरबदल होने से किसानों में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। अब तक जिले में 60 हजार एमटी धान की खरीदारी सरकारी स्तर पर होने की सूचना से जिले के किसान यह सोच लिए थे कि उनका धान पैक्सों के यहां नहीं बिक सकेगा, लेकिन जिले में धान खरीदारी का लक्ष्य बढ़ा दिया गया है। अब 60 हजार एमटी की जगह जिले में डेढ़ लाख एमटी धान की खरीदारी होगी।

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अब सबसे गंभीर मामला यह है कि जिले में अब तक किसानों से पैक्सों द्वारा धान की खरीदारी नहीं शुरू की गई। इसको देखते हुए किसान भी अब सरकारी खरीद का इंतजार किए बिना बाजार में धान बेच रहें हैं। उन्हें उनकी उपज का मूल्य उचित नहीं मिल रहा। प्रति क्विंटल दो से ढ़ाई सौ रुपये का नुकसान लगाकर किसान धान बाजार में बेच रहें हैं। वो भी उधार पर। किसानों से धान लेकर व्यापारी एक या दो सप्ताह में राशि देने की बता कह रहे हैं। ऐसे में किसानों की परेशानी किसी भी हालत में सुलझते नहीं दिख रही।

नमी को लेकर भी है समस्या

जिले में धान खरीदारी में नमी भी एक समस्या है। इस समस्या के समाधान की तरफ अब तक कोई ठोस पहल नहीं की जा रही। पैक्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष ददन द्विवेदी के बताए अनुसार जिले में धान में अब भी नमी 20-21 प्रतिशत है, लेकिन सरकारी स्तर पर धान खरीदारी के लिए धान में 17 प्रतिशत ही नमी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा नमी को बढ़ाने की बात कही जा रही है। जिसमें 19 प्रतिशत धान में नमी होगी तो खरीदारी हो सकती है।

पैक्सों का कैश क्रेडिट नहीं हुआ स्वीकृत-

धान खरीदारी के लिए पैक्सो को अब तक कैश क्रेडिट स्वीकृत नहीं हो सका है। जिसके चलते अभी जिले में धान की खरीदारी शुरू नहीं हो सकी है। इस वर्ष पहले 60 हजार एमटी धान की खरीदारी करने का लक्ष्य रखा गया। जिसके आधार पर कैश क्रेडिट स्वीकृत किया जाने लगा, लेकिन शुक्रवार को जिले में धान खरीदारी का लक्ष्य 60 हजार एमटी से बढ़ा कर डेढ़ लाख एमटी कर दिया गया। इसके चलते अब डेढ़ लाख एमटी के अनुसार कैश क्रेडिट स्वीकृत किया जाएगा।

क्या कहते हैं अधिकारी -

पैसे की कोई कमी नहीं है। लक्ष्य बढ़ने के साथ कैश क्रेडिट की राशि 52 करोड़ की विभाग से मांग की गई है। दो से तीन दिनों के अंदर राशि आ जाएगी। पैक्स 17 फीसदी वाले साफ सुथरे नमी वाले धान की खरीदारी कर सकते हैं। उसका भुगतान किया जाएगा।

- प्रभाकर कुमार, प्रबंध निदेशक, जिला सहकारी बैंक सासाराम सह कैमूर


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