अब ऑनलाइन नंबर लगा कर ओपीडी में मरीज करा सकते हैं इलाज
जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल सहित विभिन्न सरकारी अस्पतालों के ओपीडी में रजिस्ट्रेशन के बाद चिकित्सक से परामर्श प्राप्त करने के लिए मरीजों को काफी भीड़ का सामना करना पड़ता था। लेकिन अ
जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल सहित विभिन्न सरकारी अस्पतालों के ओपीडी में रजिस्ट्रेशन के बाद चिकित्सक से परामर्श प्राप्त करने के लिए मरीजों को काफी भीड़ का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब इस समस्या से मरीजों को शीघ्र छुटकारा मिल जाएगा। क्योंकि अब ऑनलाइन नंबर लगेगा। इसके साथ ही अब कतार प्रबंधन प्रणाली की शुरुआत की गई है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब अस्पतालों में कतार प्रबंधन प्रणाली की शुरुआत होगी। अब मरीज निजी अस्पतालों की तरह सरकारी अस्पतालों के ओपीडी में चिकित्सक से मिलने के लिए वेबसाइट एवं मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए घर बैठे ऑनलाइन नंबर लगा सकते हैं। साथ ही ऑनलाइन एवं अस्पताल में जाकर ओपीडी रजिस्ट्रेशन करने वाले दोनों तरह के मरीजों को ओपीडी में चिकित्सकों से परामर्श लेने के लिए टोकन प्रणाली की भी व्यवस्था की गई है। बीते मई माह में प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग संजय कुमार ने जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन को पत्र लिखकर इसके विषय में निर्देश दिया था। पत्र के माध्यम से बताया गया था कि जिला एवं प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य केंद्रों तक के मरीजों को ओपीडी में चिकित्सक से मिलने के लिए ऑनलाइन नंबर लगाने की व्यवस्था शुरू की गई है एवं इसके लिए वेब साइट की आधिकारिक सूचना भी दी गई। साथ ही मोबाइल एप्लीकेशन-स्वस्थ बिहार की सहायता से ओपीडी में पंजीकरण के बारे में भी बताया गया। मरीजों को ओपीडी में दिखाने से पूर्व टोकन की व्यवस्था: ओपीडी में दिखाने के लिए ऑनलाइन नंबर लगाने वाले मरीजों को ओपीडी स्लिप देने के लिए अस्पतालों में अलग से काउंटर की व्यवस्था की गई है। ऑनलाइन एवं ओपीडी काउंटर से रजिस्ट्रेशन कराने वाले दोनों तरह के मरीजों को ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर से मिलने वाली पर्ची पर टोकन नंबर के साथ संबंधित चिकित्सक का नाम भी अंकित होगा। जिसकी सहायता से मरीज बिना भीड़ का सामना किए आसानी से चिकित्सक से इलाज या परामर्श प्राप्त कर पाएंगे। साथ ही टोकन की सहायता से मरीज चिकित्सक कक्ष के सामने बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर सकेंगे। टोकन नंबर के मुताबिक ही चिकित्सक मरीजों को ओपीडी की सेवा उपलब्ध कराएंगे।