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अगलगी में एक हजार से अधिक धान के बोझे जल कर राख

कसेर गांव के दक्षिण दिशा में स्थित खलिहान में किसानों ने रखा था धान का बोझा - पांच की संख्या में बदमाशों द्वारा घटना को अंजाम देने का अंदेशा संवाद सूत्र भगवानपुर स्थानीय थाना क्षेत्र के कसेर गांव के दक्षिण दिशा में फुलवरिया बधार में मंगलवार की रात अज्ञात बदमाशों

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Dec 2019 04:20 PM (IST)Updated: Wed, 11 Dec 2019 04:20 PM (IST)
अगलगी में एक हजार से अधिक धान के बोझे जल कर राख
अगलगी में एक हजार से अधिक धान के बोझे जल कर राख

स्थानीय थाना क्षेत्र के कसेर गांव के दक्षिण दिशा में फुलवरिया बधार में मंगलवार की रात अज्ञात बदमाशों ने खलिहान में रखे गए लगभग एक हजार से अधिक धान के बोझे में आग लगा दी। इससे सभी धान के बोझे जल कर राख हो गए। किसान अपने खेत से धान का बोझा एक जगह खलिहान में रखे थे। घटना के संबंध में बताया जाता है कि पांच की संख्या में बदमाश रात्रि के करीब दो से तीन बजे के बीच में खलिहान में रखे गए धान के बोझे में आग लगा दिए। रात का समय होने के कारण किसी को जल्दी पता नहीं चला। सभी लोग घर में दरवाजा बंद कर सोए थे। जब आधा से अधिक धान का बोझा जल गया तो कुछ लोगों को पता चला। तब लोग उसी रात  शोर मचाना शुरू किए। शोरगुल सुन कर गांव के लोग जुटे तथा अग्निशामक वाहन के लिए स्थानीय थाना को फोन किए। पुलिस के द्वारा तुरंत अग्निशामक वाहन भेजा गया। लेकिन तब तक आग इतनी भयावह रूप ले चुकी थी कि अग्निशामन वाहन के बस की बात नहीं थी। जिन किसानों का धान का बोझा जला उसमें राजू राम, लाल बहादुर पांडेय, उत्तम राम, तेजू पासवान, संत पासवान, रोगी राम, गोपाल पांडेय, लाल बिहारी राम, दीपक राम, महेंद्र साह आदि शामिल हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर सीओ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि आग लगने की हल्का कर्मचारी के द्वारा जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं थानाध्यक्ष राकेश कुमार रोशन ने कहा कि अभी तक लिखित आवेदन नहीं मिला है। आग पर काबू पाने के लिए अग्निशामक वाहन को भेजा गया था। लेकिन तब तक काफी धान के बोझे जलने की बात सामने आई है। इस बारे में पता लगाया जा रहा है कि आखिर किसने ऐसा किया है। कोई भी बदमाश होगा उसकी पहचान कर ली जाएगी।

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बता दें कि धान का बोझा जिन किसानों का जला है उसमें सभी किसान कम जमीन वाले हैं। उन्हें इस घटना से काफी नुकसान हुआ है। उनके सामने आर्थिक स्थिति का संकट उत्पन्न हो गया है।


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