सासाराम संसदीय क्षेत्र में थम गया है विकास: मीरा कुमार
शेरशाह सूरी के नाम पर बने सासाराम कि देश ही नहीं विदेश में भी पहचान है। संसदीय क्षेत्र का नाम भी यही है। पांच वर्षों में इस संसदीय क्षेत्र का विकास ठप पड़ गया है। विकास के मुद्दे गौण हो गए हैं।
शेरशाह सूरी के नाम पर बने सासाराम कि देश ही नहीं विदेश में भी पहचान है। संसदीय क्षेत्र का नाम भी यही है। पांच वर्षों में इस संसदीय क्षेत्र का विकास ठप पड़ गया है। विकास के मुद्दे गौण हो गए हैं। जनता की समस्याओं का समाधान करने वाला कोई नहीं है। यह बातें सासाराम संसदीय सीट पर कांग्रेस की प्रत्याशी सह पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने नगर के कैमूर होटल में आयोजित प्रेसवार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति बहुत अच्छी रहेगी। संसदीय क्षेत्र के आजीवन सांसद रहे बाबू जगजीवन राम को क्षेत्र की जनता ने भरपूर प्यार व सम्मान दिया। उनपर भरोसा जताया। उन्होंने भी क्षेत्र की प्रतिष्ठा बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके पिता ने दुर्गावती जलाशय परियोजना की आधारशिला रखी थी। उनके निधन के बाद यह योजना खटाई में पड़ गई थी। जब वे सांसद बनी तो अपने भरपूर प्रयास से लंबित परियोजना को पूरा कराया। संसदीय क्षेत्र में जनता की समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है। इसका उन्हें काफी दुख है। क्षेत्र को धान का कटोरा कहा जाता है। यहां के किसानों को संसाधन मुहैया कराया जाए तो चारों तरफ खुशहाली का माहौल रहेगा। किसान संसाधनों के अभाव का दंश झेल रहे हैं। भारत कृषि प्रधान देश है। यहां के अन्नदाता किसानों को कई समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। कांग्रेस की सोच है कि किसानों को सर्वाधिक संसाधन मुहैया कराया जाए। जिससे वे अपने साथ साथ देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत कर सके। बैंक से ऋण लेने वाले किसानों के विरुद्ध आपराधिक मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। यह अनुचित है। केंद्र में अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो किसानों को भरपूर संसाधन मुहैया कराए जाएंगे। जिससे उन्हें ऋण लेने की जरूरत ही न पड़े। इसके लिए कई योजनाएं चलाई जाएंगी। मौके पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र पाल, मीडिया प्रभारी राजीव रंजन पाण्डेय, पूर्व जिलाध्यक्ष दीनानाथ सिंह, सुदर्शन राम इत्यादि मौजूद रहे।