छह माह से कौशल विकास केंद्र में लटका है ताला
रामगढ़। प्रखंड कार्यालय परिसर में बने प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र में लटका ताला अभी तक नह
रामगढ़। प्रखंड कार्यालय परिसर में बने प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र में लटका ताला अभी तक नहीं खुल सका। लिहाजा सभी नामांकित छात्र छात्राएं अधूरा कोर्स छोड़ अन्यत्र घूमने को मजबूर हैं। यह स्थिति दो एक माह से नहीं बल्कि छह माह से अधिक समय से बनी हुई है। 32 लाख रुपये की लागत से बना यह कौशल विकास केंद्र अपने उद्देश्यों से पूरी तरह से भटक गया है। एक वर्ष पूर्व जब इस संस्थागत संरचना का निर्माण हुआ तो लोग इसे सुबह शाम निहारते थे। पूरा फाउंडेशन पर खड़ा इस स्ट्रक्चर में एक भी ईंट नहीं लगा है। केवल फर्नीचर पर स्थापित इस युवा कौशल विकास केंद्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए डेहरी की एजेंसी को टेंडर मिला था। 22 कंप्यूटर से बेरोजगार छात्र छात्राओं को रोजगारपरक बनाने के लिए ट्रेंड किया जाना था। प्रथम फेज में कुल 60 छात्र छात्राओं ने अपना केवाईसी कराकर इस कौशल विकास केंद्र में अपना दाखिला लिए। स्थानीय ट्रेनरों की बदौलत इनको कंप्यूटर ज्ञान की जानकारी दी जा रही थी। वातानुकूलित इस कौशल विकास केंद्र में पढ़ने की होड़ लग गई थी। लेकिन संवेदक के द्वारा अचानक इस प्रशिक्षण केंद्र को बंद कर भाग जाना रहस्य का विषय बना हुआ है। अब तो इस कौशल विकास केंद्र की खड़ी इमारत टूटने के कगार पर पहुंच गई है। इस केंद्र के चारों तरफ सुअरों का बसेरा भी बन गया है। इस केंद्र पर पठन पाठन की जगह गंदा कपड़ा भी लोग टांग दे रहें हैं। बीस दिन पूर्व प्रखंड के जमुरना में सात निश्चय योजना की जांच करने आए राज्य निदेशक ने इसे चालू करने का निर्देश दिया था। लेकिन आज तक इस कौशल विकास केंद्र को खोला तक नहीं गया। इस बाबत पूछे जाने पर बीडीओ जनार्दन तिवारी ने बताया कि संचालक को रिपोर्ट किया गया था। लेकिन आज तक वे यहां नहीं आ सके जिस कारण यह व्यवस्था सुचारू रूप से कार्य करने में विफल हो रही है।